UPPSC पेपर लीक मामला: पुलिस और प्रतियोगी छात्रों के बीच हुई झड़प, हंगामा और पथराव
Prayagraj News, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं में गडबड़ी का मामला सामने आने बाद गुस्साए प्रतियोगी पोस्टर-बैनर लेकर सड़को पर उतर आये है। आयोग के खिलाफ छात्र लगातार नारेबाजी कर रहे है। गुस्साए छात्रों की मांग है कि परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार के कार्यकाल में हुई भर्तियों को रद्द किया जाए और उनकी जांच सीबीआई से करवाई जाए। फिलहाल लोक सेवा आयोग के बाहर पुलिस, पीएसी के साथ आरएएफ तैनात कर दी गई है।
क्या है मामला
बता दें कि एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर आउट होने के मामले में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा नियंत्रक अंजू लता कटियार को क्राइम ब्रांच और एसटीएफ ने वाराणसी से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अंजू लता कटियार को कोर्ट में पेशी के बाद 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। कोर्ट में पेशी के लिए जाते समय मीडिया से बातचीत के दौरान अंजू लता ने कहा कि उन पर लगाए जा रहे सारे आरोप निराधार हैं। नौकरी के इतने वर्षों के बीच कभी भी इस तरह के आरोप उनके ऊपर नहीं लगे। उन्हें जान बूझकर फंसाया जा रहा है। इस मामले में वह कोर्ट का सहारा लेंगी।
पीसीएस 2018 की मुख्य परीक्षाएं स्थगित
बता दें, अंजू लता पर यह कार्रवाई तब हुई जब इस मामले में कोलकाता के प्रिंटिंग प्रेस संचालक कौशिक को गिरफ्तार किया गया है। क्राइम ब्रांच को जांच में अंजू कटियार के खिलाफ पैसे लेकर पेपर लीक करने के सबूत मिले हैं। यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन ने इस विवाद के चलते आज ही पीसीएस 2018 की मुख्य परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।
पुलिस ने भांजी लाठियां
परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार के कार्यकाल में हुई भर्तियों को रद्द किये जाने के लिए हजारों अभ्यर्थियों ने प्रयागराज स्थित उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान बढते बवाल के बीच प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिये पुलिस ने हल्के बल का भी प्रयोग किया। पुलिस से तीखी झड़प के बादभीड को तितर बितर करने के लिये पुलिस ने लाठियां भी प्रदर्शनकारियों पर भांजी है। वहीं, शहर में तत्काल प्रभाव से धारा 144 यानी निषेधज्ञा लागू कर दी गयी है और लोगों को सख्त हिदायत दी जा रही है कि वह भीड का हिस्सा न बने और प्रदर्शन ना करें अन्यथा उनके विरूद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी।