69000 शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा: सरगना विहिप नेता चंद्रमा यादव को STF ने किया गिरफ्तार
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के 69000 शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े में एसटीएफ ने शहर में कंपनीबाग के सामने से कॉलेज प्रबंधक व विहिप नेता चंद्रमा यादव को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक, आरोपी चंद्रमा अपने किसी काम से प्रयागराज आया था, जिसे एसटीएफ ने मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक आधार कार्ड, एक मोबाइल और पांच सौ रुपए बरामद हुए हैं। इस मामले में तीन लोग अब भी फरार बताए गए हैं। बता दें, 69000 शिक्षक भर्ती मामले में इसी साल पांच जून को एक अभ्यर्थी ने सोरांव थाने में डॉ. केएल पटेल, चंद्रमा यादव समेत 18 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें पैसे लेकर भर्ती कराने का आरोप लगाया गया था। अबतक इस मामले में केएल पटेल समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
केस के सिलसिले में प्रयागराज आया था चंद्रमा
एसटीएफ के उप निरीक्षक अनिल कुमार सिंह व आरक्षी अजय यादव की एक टीम ने धूमनगंज निवासी चंद्रमा यादव को कंपनीबाग के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में चंद्रमा यादव ने बताया गया कि फरारी में वह लखनऊ व इटावा इत्यादि स्थानों पर रहा। कुर्की की कार्रवाई शुरू होने से वह डर गया और अपने केस के सिलसिले में प्रयागराज आया था। वह एक विद्यालय पंचम लाल आश्रम इंटर कालेज का संचालन करता है जो लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं का केन्द्र रहता है।
पैसे कमाने के लालच में किया फर्जीवाड़ा
चंद्रमा ने पूछताछ में बताया कि ज्यादा पैसे कमाने के लालच में वह केएल पटेल, मायापति दूबे गैंग से ललित त्रिपाठी के माध्यम से जुड़ गया था। ये लोग विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर आउट कराकर अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस उपलब्ध कराते हुए बाहर बैठे साल्वरों के जरिए प्रश्न पत्रों को हल कराते हैं। हल प्रश्न पत्रों को ब्लूटूथ डिवाइस व मोबाइल फोन से कनेक्ट कर बोल-बोल कर नकल कराते हैं। चूंकि उसका विद्यालय परीक्षाओं का केन्द्र होता है, ऐसे में प्रश्न पत्र एक दिन पहले ही परीक्षा केन्द्रों पर पहुंच जाता है, जिसे आसानी से बंद लिफाफों की सील तोड़कर प्रश्न पत्रों को वह निकाल लेता है और व्हाट्सअप के जरिए ललित त्रिपाठी के माध्यम से केएल पटेल गैंग को पेपर पहले ही उपलब्ध करा देता है। इसके एवज में उसे 5-6 लाख रुपए मिलते थे। इस पूरे मामले में अभी भी तीन अभियुक्त फरार चल रहे हैं।
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