UPPCS-2018 मेंस का पेपर लीक होने के बाद स्थगित की परीक्षा, 17 से 21 जून के तक थी परीक्षा
Prayagraj News, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 17 जून से आयोजित पीसीएस-2018 की मेंस परीक्षा स्थगित कर दी गयी है। इस बावत आयोग के सचिव ने विज्ञप्ति जारी कर परीक्षा अनिश्चित काल के लिये स्थगित करने की जानकारी दी है। 17 जून से 21 जून के बीच होने वाली यह परीक्षा अब कब होगी, इस पर अब संकट के बादल मंडराने लगे हैं। आयोग द्वारा परीक्षा स्थगित किये जाने की सूचना आप आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं। परीक्षा स्थगित करने का कारण नहीं बताया गया है, केवल अपरिहार्य कारणों से परीक्षा न होने की सूचना जारी की गयी है।
पेपर
लीक
होने
के
बाद
उठाया
गया
कदम
एसटीएफ
द्वारा
आयोग
की
परीक्षा
नियंत्रक
की
गिरफ्तारी
के
बाद
पता
चला
है
कि
पेपर
छापने
वाले
प्रिंटिंग
प्रेस
के
मालिक
के
पास
से
पीसीएस
की
मुख्य
परीक्षा
के
51
सेट
प्रश्न
पत्र
बरामद
किये
गये
हैं।
पेपर
लीक
होने
के
कारण
ही
इस
परीक्षा
को
आनन-फानन
में
स्थगित
कर
दिया
गया
है।
फिलहाल
मायावती
और
अखिलेश
सरकार
में
भ्रष्टाचार
के
आरोपों
और
भर्ती
में
अनियमितता
से
घिरे
उत्तर
प्रदेश
लोकसेवा
आयोग
की
बदहाली
का
क्रम
योगी
सरकार
में
भी
जारी
है।
अब
इस
सरकार
में
भी
पेपर
लीक
का
जिन
बाहर
आ
गया
है
और
बड़े
स्तर
पर
इस
मामले
में
कार्रवाई
होने
के
आसार
साफ
नजर
आने
लगे
हैं।
परीक्षा
टालने
को
लेकर
चल
रहा
था
आंदोलन
उत्तर
प्रदेश
लोकसेवा
आयोग
की
पीसीएस
मेंस
परीक्षा
को
टालने
के
लिये
पिछले
20
दिनों
से
परीक्षर्थी
आंदोलन
कर
रहे
थे।
हाईकोर्ट
और
डिप्टी
सीएम
से
मिलकर
अपनी
पूरी
कोशिश
कर
रहे
थे
और
परीक्षा
की
तारीख
आगे
बढ़ाने
पर
अड़े
हुये
थे,
कि
इसी
बीच
गुरूवार
को
आयोग
की
परीक्षा
नियंत्रक
गिरफ्तार
कर
ली
गयी
और
शाम
होते
होते
खबर
आयी
कि
एलटी
ग्रेड
टीचर
भर्ती
का
पेपर
लीक
करने
के
मामले
में
वह
गिरफ्तार
हुई
हैं।
वहीं,
कुछ
रात
बीतने
पर
पता
चला
कि
पीसीएम
मेंस
का
पेपर
भी
लीक
हुआ
है।
पता
चला
कि
प्रिंटिंग
प्रेस
के
मालिक
के
पास
से
पीसीएस
के
पेपर
बरामद
हुये
हैं
और
उसने
जब
राज
उगला
तो
परीक्षा
नियंत्रक
का
भी
नाम
सामने
आ
गया
है।
इसकी
जानकारी
होते
ही
आनन
फानन
में
पीसीएम
मेंस
परीक्षा
अनिश्चित
समय
के
लिये
टाल
दी
गयी
है।
फिर
से
शुरू
हुई
वही
कहानी
यूपी
में
पिछली
सरकारों
के
दौरान
आयोग
की
बदहाली
का
जो
हाल
था,
उसकी
सूरत
में
कुछ
खास
बदलाव
नहीं
हुआ
है।
पेपर
लीक,
परीक्षा
टालना,
उत्तर
कुंजी
में
गलतियां,
भ्रष्टाचार
सबकुछ
जस
का
तस
है
और
अब
उसका
खामियाजा
अभ्यर्थियों
को
चुकाना
होगा।
क्योंकि
परीक्षाओं
के
लगातार
टलने
से
उनके
भविष्य
पर
ग्रहण
का
दौर
फिर
से
लगता
नजर
आ
रहा
है।
17
जून
से
प्रयागराज
और
लखनऊ
के
केंद्रों
परपरीक्षा
होनी
थी,
सारी
तैयारियां
हो
गयी
थी,
लेकिन
अब
अचानक
से
परीक्षा
स्थगित
करनी
पड़ी
है।