दो मंत्रियों के विभागों में तबादलों पर योगी ने लिया कड़ा एक्शन, सीएम के कार्यक्रम से दोनों रहे गायब
प्रयागराज। कुंभ में तीन विश्व रिकार्ड बनाने वाले प्रयागराज के खाते में एक और विश्व कीर्तिमान जुड़ गया। वृक्ष महाकुंभ के इस आयोजन में एक साथ 76823 पौधे वितरित किए जाने का वर्ल्ड रिकार्ड भी बना। इस दौरान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम ने सीएम योगी को वर्ल्ड रिकार्ड बनने का सर्टिफिकेट दिया। इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत हजारों लोग मौजूद थे, लेकिन प्रयागराज से ही विधायक चुने जाने के बाद योगी कैबिनेट में जगह पाने दो मंत्री इस आयोजन में कहीं नज़र नहीं आए। सीएम योगी के बेहद ख़ास समझे जाने वाले कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का समारोह से नदारद रहना लोगों के बीच चर्चा का सबब बना रहा।
तबादलों की शिकायत पहुंची थी सीएम तक
मीडिया खबरों के मुताबिक, सीएम योगी की निगाह मंत्रियों के कामकाज पर टिकी है। बता दें कि सीएम योगी ने स्टांप एवं निबंधन विभाग में उप निबंधक से लेकर चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के करीब 350 तबादले गुरुवार को निरस्त कर दिये गए। इन तबादलों को लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत पहुंची थी। इनमें 30 जून से लेकर एक अगस्त के बीच करीब 60 उप निबंधकों के भी तबादले किये गए थे। इन तबादलों के चलते विभागीय मंत्री की भी शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंची।
नंद गोपाल गुप्ता के विभाग के भी तबादले को किया रद्द
शिकायत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने आंतरिक रूप से एक रिपोर्ट मंगाई थी और विभाग में एक नई प्रमुख सचिव वीना कुमारी मीणा की तैनाती की थी। प्रमुख सचिव की शुरूआती जांच में पाया गया कि आरोपों में सत्यता है, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने समूह ख,ग,घ की भर्तियो से जुड़े करीब 300 कर्मचारियों का तबादला रद्द कर दिया गए। इसमें सीएम योगी के बेहद खास समझे जाने वाले कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के विभाग के भी तबादले को रद्द कर दिया गया है।
सिद्धार्थनाथ सिंह के मंत्रालय में हुए तबादलों को रोका
इससे पहले करीब महीने भर पहले भी सीएम योगी ने सिद्धार्थनाथ सिंह के स्वास्थ्य मंत्रालय में हुए तबादलों को रोक दिया था। चर्चा यह रही कि दोनों ही मामलों में भ्रष्टाचार की शिकायत सामने आने पर इन तबादलों में सीएम योगी को दखल देना पड़ा था। सुगबुगाहट तो इस बात की भी है कि सीएम योगी अपने इन दोनों कैबिनेट मंत्रियों से बेहद नाराज़ हैं। कैबिनेट मंत्री नंदी और सिद्धार्थनाथ सिंह की गैर हाजिरी के बाद सरकार में उनके भविष्य को लेकर भी चर्चाओं और कयासों का दौर शुरू हो गया है।