प्रयागराज में ट्रिपल मर्डर: चार बीघा जमीने के लिए तीन भाइयों की हत्या, महिलाओं ने फेंके पत्थर
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में तीन भाइयों की सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया है। यहां चार बीघा जमीन के विवाद में तीनों की लाठी-डंडे और पत्थरों से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। हमलावर पट्टीदारों ने दो महिलाओं को भी पीट कर मरणासन्न कर दिया। उन्हें प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, सूचना पर पहुंची पुलिस ने तिहरे हत्याकांड में 22 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें चार महिलाएं शामिल हैं।
हत्याकांड का वीडियो भी हुआ वायरल
घटना प्रयागराज जिले के यमुनापार में कोरांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत निश्चिंतपुर गांव की है। निश्चिंतपुर गांव में हुई तीन हत्याओं का वीडियो भी वायरल हुआ है। इसमें हमलावर तीनों को तब तक पीटते दिख रहे हैं, जब तक कि उनकी जान नहीं निकल गई। हमलावरों को पता था कि इंद्र बहादुर के परिवार के लोग बुधवार को खेत जोतने आएंगे। इसलिए उन्होंने पूरी तैयारी कर रखी थी। शिवनारायण के परिवार के पुरुषों के साथ साथ महिलाएं ईट पत्थर और लाठी लेकर पेड़ों के पीछे छिपी थीं। हमला शुरू हुआ तो 15-20 की संख्या में पुरुष और महिलाएं उन पर टूट पड़ीं।
महिलाओं ने भी फेंके पत्थर
वीडियो के मुताबिक तीनों भाई जैसे ही ट्रैक्टर लेकर खेत में पहुंचे, उनके ऊपर पथराव शुरू हो गया। परिवार की महिलाएं सुनीता और रागिनी जब देखती हैं तो मदद की गुहार लगाती हैं। इसी दौरान हमलावर बेहद उग्र हो जाते हैं। लाठी-डंडों से इंद्र बहादुर और उसके दोनों भाइयों को पीटने लगते हैं। हमलावरों के पक्ष में आई महिलाएं भी उन पर पथराव करने लगती हैं। तीनों भाई पहले थोड़ा प्रतिरोध करते हैं, लेकिन 15-20 की संख्या के आगे वे बेबस हो जाते हैं। हमले में जमीन पर गिरने के बाद लाठियों की ऐसी बरसात होती है कि वे दोबारा उठ नहीं पाते। उनका यह हाल देखकर रागिनी और सुनीता उसे लिपटने लगी, लेकिन हमलावरों ने महिलाओं पर भी रहम नहीं किया। दोनों को लाठी-डंडे और ईट पत्थर से इतना पीटा कि वे बेहोश हो गईं।
नाती बरमदीन को बनाया था उत्तराधिकारी
गांव के रामजन यादव और उनकी पत्नी जोखनी देवी के पास करीब 40 बीघे जमीन थी। बेटा ना होने की वजह से जोखनी देवी ने अपने नाती बरमदीन को अपने साथ रख लिया। उसे जमीन का उत्तराधिकारी बना दिया। इसी समय रामजन यादव के रिश्तेदार शिवनारायण यादव भी वहीं आकर रहने लगे। रामजन की मौत के बाद शिवनारायण ने भी उनकी जमीन पर दावा ठोंक दिया। 36 बीघे भूमि का मामला तो बातचीत से निपट गया, लेकिन 4 बीघे का विवाद लगभग 20 साल से चला आ रहा है। दोनों ही पक्ष इस जमीन पर दावा जताते रहे हैं।
2014 में हुई थी मुलायम की हत्या कर दी थी
2014 में शिवनारायण के बेटे मुलायम यादव की घर के पास ही जंगलों में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुलायम उस समय क्षेत्र पंचायत सदस्य भी थे। इस कांड में बरमदीन मुख्य आरोपी बनाया गया। उनके साथ ही बेटे लक्ष्मण कुंवर और अनिरुद्ध के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई। चारों अभी तक जेल में हैं। मुलायम की हत्या और बरमदीन व उसके तीन बेटों के जेल जाने के बाद भी दुश्मनी ठंडी नहीं हुई, बल्कि और बढ़ गई। अक्सर विवाद होता रहा और मामला पुलिस तक भी जाता रहा। बुधवार को बरमदीन के बेटे इंद्र बहादुर राम सिंह और रविंद्र जब उसी विवादित जमीन को ट्रैक्टर से जोतने के लिए पहुंचे तो उनकी आरोपियों ने हत्या कर दी।
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