अमित शाह को काला झंडा दिखाने वाली छात्र नेहा यादव निलंबित, एक हफ्ते में परिसर छोड़ने का निर्देश
Prayagraj news, प्रयागराज। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में हॉस्टल वॉशआउट के मुद्दे पर शुरू हुए गतिरोध के बीच यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कार्रवाई का क्रम शुरू कर दिया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की दिग्गज छात्र नेत्री और अमित शाह के काफिले को रोककर काला झंडा दिखाकर चर्चा में आई नेहा यादव को निलंबित कर दिया गया है। नेहा यादव को नोटिस जारी करते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक सप्ताह के भीतर महिला छात्रावास परिसर छोड़ने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इस समय हॉस्टल खाली कराए जाने का क्रम चल रहा है। हॉस्टल को खाली न करने के लिए छात्राओं ने आंदोलन छेड़ रखा है, जिसका नेतृत्व नेहा यादव कर रही हैं। इस समय पूरे यूनिवर्सिटी का माहौल खराब है और हाईकोर्ट की सख्ती के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की है।
माहौल सुधारने की कवायद
छात्र नेता रोहित शुक्ला की हॉस्टल के अंदर गोली मारकर हत्या के बाद हाईकोर्ट ने यूनिवर्सिटी प्रशासन व जिला प्रशासन पर सख्त टिप्पणी के साथ फटकार लगाई थी। जिसके बाद से ही हॉस्टल को अवैध कब्जे से मुक्त कराने आदि की सुधारात्मक कार्रवाई की जा रही है। पिछले दिनों पुलिस प्रशासन ने सैकड़ों कमरे खाली कराकर सकारात्मकता की ओर कदम बढ़ाए थे। इधर अब हॉस्टल खाली कराने के विरोध में छात्रों द्वारा आंदोलन शुरू कर दिया गया है। महिला छात्रावासों को खाली न करने को लेकर नेहा यादव के नेतृत्व में छात्राओं ने बड़े स्तर पर आंदोलन शुरू कर दिया है। जिस पर अब लगाम लगाने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन कार्रवाई कर रहा है।
क्या है आरोप?
चीफ प्रॉक्टर प्रो. राम सेवक दुबे और डीएसडब्ल्यू प्रो. हर्ष कुमार की ओर से नेहा यादव का निलंबन आदेश जारी किया गया है। जिसमें नेहा पर आरोप है कि 25 मई को कई छात्राओं के साथ हॉस्टल कार्यालय का कार्य को बाधित कर धमकी दी थी। जिसकी शिकायत दर्ज की गई थी। जबकि शााम को महिला छात्रावास परिसर के मुख्य द्वार पर बिना अनुमति धरना-प्रदर्शन कर अराजकता फैलाने व नरेबाजी, अभद्र टिप्पणी के साथ अधीक्षिका से बदसलूकी की गई, इससे हॉस्टल परिसर में कई लोग फंसे रहे।
नेहा बोली- एकतरफा कार्रवाई की जा रही
नेहा पर दर्ज आपराधिक मुकदमों का हवाला देते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने नेहा पर कई गंभीर और सख्त टिप्पणी की है। कारण बताओ नोटिस के साथ उनसे कहा गया है कि क्यों न उन्हें हॉस्टल से निष्कासित करने और विश्वविद्यालय से नामांकन निरस्त करने की कार्रवाई की जाए। वहीं, निलंबन की कार्रवाई के बाद मीडिया से मुखातिब हुई नेहा यादव ने कहा कि बगैर पक्ष सुने उनके विरुद्ध एकतरफा कार्रवाई की जा रही है। जो भी मुकदमे उन पर हैं वह छात्रहित में आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए हैं।
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