एक ही रात में 6 हत्याओं से दहला प्रयागराज, आश्चर्यजनक तरीके से जिंदा बच गए दो मासूम
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के लिए रविवार का दिन बेहद ही खौफनाक रहा। रात के अंधेरे में ताबड़तोड़ 6 हत्याएं हुई। इनमें एक स्थान पर 3 हत्या, एक स्थान 2 लोगों की हत्या व एक अन्य स्थान पर एक युवक को मौत के घाट उतार दिया गया। तीनों हत्या रविवार की रात ही हुई हैं। पूरे जिले में इन हत्याओं के बाद से दहशत का माहौल है। कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ाती इन घटनाओं ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठा दिए हैं। हालांकि, इन वारदातों में सबसे आश्चर्यजनक घटना यह थी कि थरवई में दंपत्ति हत्याकांड के बाद उनके दोनों मासूम बच्चों को जिंदा छोड़ दिया गया, जबकि एक की उम्र मात्र 10 महीने व एक बेटे की उम्र 3 साल है।
यहां हुई हत्याएं
प्रयागराज में हत्याओं का सिलसिल चौफटका से शुरू हुआ था, जहां रास्ते के विवाद में लालू व अजीत नाम के युवक को गोली मार दी गई और गोलीबारी के दौरान अजीत के भतीजे करन की भी गोली लगने से अस्पताल में मौत हो गई। इन तीन हत्याओं के बाद चौफटका इलाका दहशत और तनाव में चला गया और पुलिस माहौल को संभालने में जुटी थी कि कुछ देर में एक और हत्या हो गई। यह हत्या अल्लापुर इलाके में हुई। यहां सचिन नाम के एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
पति-पत्नी की हत्या की खबर से हड़कंप
आरोप है कि बच्चा पासी नमक युवक ने सचिन को गोली मारी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जब पुलिस मौके पर पहुंची तो सचिन जिंदा था और तत्काल उसे पुलिस इलाज के लिए ले गई, लेकिन इलाज के दौरान सचिन की मौत हो गई। हालांकि, रात भर पुलिस इन दोनों मामलों में उलझी कि सुबह-सुबह थरवाई इलाके में पति पत्नी की हत्या की खबर से फिर हड़कंप मच गया। थरवई थाना क्षेत्र के हसनपुर कोरारी गांव में पति-पत्नी की उनके बिस्तर पर सोते समय गला रेत कर हत्या कर दी गई थी।
आश्चर्यजनक ढंग से बच गए मासूम
इन सब हत्याओं में अगर कुछ आश्चर्यजनक रहा तो वह थरवाई में पति-पत्नी की हत्या के बाद उनके बच्चों का जिंदा रह जाना है। दरअसल, गांव के किनारे खेत में बने मकान में संतोष, उसकी पत्नी सीमा व बेटा नितिन 10 माह और साहिल 3 वर्ष थे। बदमाशों ने तो पति-पत्नी को मौत के घाट उतार दिया, लेकिन दोनों बच्चे जिंदा बच गए हैं। सुबह इन्हीं दोनों बच्चों की रोने की आवाज सुनकर एक महिला जब घर के पास पहुंची तो अंदर खूनी खेल देखकर चीखने चिल्लाने लगी। थरवई थानाध्यक्ष कुलदीप तिवारी ने बताया कि अभी हत्या का कारण नहीं पता चल सका है। परिजन कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं हैं। हत्यारों ने दोनों बच्चों को क्यों जिंदा छोड़ा यह भी सस्पेंस से भरा हुआ है। फिलहाल जांच की जा रही है।
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