प्रयागराज: पुलवामा घटना के बाद पीएम मोदी का कुंभ दौरा रद्द, क्या है असली वजह?
Prayagraj news, प्रयागराज। प्रयागराज के कुंभ मेले में 19 फरवरी को प्रस्तावित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। कार्यक्रम रद्द करने के पीछे का कारण पुलवामा की घटना बताई जा रही है। हालांकि कार्यक्रम संयोजन में जुटे कुंभ मेला अफसरों ने इस विषय पर साफ-साफ कोई कारण बताने से इंकार कर दिया है। मीडिया कर्मियों ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री अन्य स्थानों पर तो कार्यक्रम कर रहे हैं फिर कुंभ क्यों नहीं आ रहे हैं ? इस पर प्रशासनिक अफसरों ने केवल कार्यक्रम रद्द होने की सूचना मिलने की बात कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। हालांकि अब 26 या 27 फरवरी को प्रधानमंत्री के आने की संभावना जताई गई है जिसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई और प्रशासन को इन दोनों तारीखों पर ही अपनी तैयारी करने को कहा गया है। जानकारी देते हुए जिलाधिकारी प्रयागराज सुहास एलवाई ने कहा कि पीएमओ से जो सूचना भेजी गई है उसके अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 फरवरी को प्रयागराज नहीं आएंगे। अब 26 या 27 फरवरी को ही उनके आने की संभावना है।
संतों से होनी थी मुलाकात
19 फरवरी को माघी पूर्णिमा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने का कार्यक्रम अचानक से रद्द होने के बाद फिर से भाजपा और संतों के बीच मनमुटाव को हवा मिल गई है। संतों ने राम मंदिर पर पहले ही भाजपा को चेताया था लेकिन, कुंभ के भव्य आयोजन से संत थोड़ा भाजपा के प्रति नरम दिखाई पड़ रहे हैं और उसे देखते हुये प्रधानमंत्री का कार्यक्रम भी 19 फरवरी को तय हुआ था। प्रधानमंत्री यहां संतों व अखाड़ों के साथ घंटों समय बिताने वाले थे और आगामी लोकसभा चुनाव में उनसे आशीर्वाद भी लेने वाले थे। लेकिन, अचानक से पुलवामा घटना के बाद प्रधानमंत्री का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।
शहीदों के घर न जाने पर होती राजनीति
राजनीतिक जानकारों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रद्द कार्यक्रम के पीछे पुलवामा की घटना कहीं ना कहीं प्रभाव डालती है। क्योंकि उत्तर प्रदेश के 11 जवान इस आतंकी हमले में शहीद हुए हैं और प्रधानमंत्री जब उत्तर प्रदेश के कुंभ मेले में आएंगे और अगर वह शहीदों के घर उनके परिजनों से मिलने नहीं जाएंगे तो उन पर सवाल उठना उठना लाज़मी है। राजनैतिक दल इसे मुद्दा बना कर आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा का घेराव कर सकते हैं। यह सवाल उठाया जाएगा कि कुंभ में जाने के लिए प्रधानमंत्री के पास समय है लेकिन, शहीदों के परिजनों से मुलाकात करने का वक्त उनके पास नहीं है ।
चुनाव पर टिकीं सबकी निगाहें
जनविरोधी लोगों द्वारा मुद्दा बनाकर प्रधानमंत्री को घेरने की संभावना को देखते हुए भी प्रधानमंत्री का तत्कालीन कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। हालांकि 26 से 27 फरवरी के बीच प्रधानमंत्री के आने की आशंका है। ऐसे में सबकी नजर एक बार फिर से कुंभ में होने वाले प्रधानमंत्री के कार्यक्रम पर टिकी रहेंगी। राजनीतिक गलियारे में चर्चा यहां भी है कि अखिलेश यादव का दौरा 23 फरवरी को प्रयागराज में हो रहा है और अगर प्रधानमंत्री, अखिलेश से पहले आते हैं तो संतों से आखरी मुलाकात कर अखिलेश महफिल लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ते। इसे देखते हुए भी प्रधानमंत्री का कार्यक्रम और पीछे बढ़ा दिया गया है। अब जब सभी नेताओं का कुंभ में आने का कार्यक्रम खत्म हो जाएगा तभी प्रधानमंत्री प्रयागराज पहुंचेंगे। तथा भव्य कुंभ के भव्य आयोजन का क्रेडिट लेने के साथ आम चुनाव में संतों के आशीर्वाद के साथ यूपी में शंखनाद करेंगे।