निजामुद्दीन मरकज: 9 धर्म प्रचारक प्रयागराज की मस्जिद में मिले, 37 को भेजा क्वारंटाइन
प्रयागराज। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज की खबर सामने आने के बाद पूरे देश भर में हंगामा मचा हुआ है। वहीं, तब्लीग-ए-जमात में शामिल होकर लौटे 9 लोगों को पुलिस ने मंगलवार की देर शाम प्रयागराज रेलवे स्टेशन के समीप स्थित एक मस्जिद से चिन्हित कर क्वारंटाइन में भेजा है। इनमें 7 लोग इंडोनेशिया के हैं जबकि एक-एक केरल और पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। 12 और 13 मार्च को सभी जमात में शामिल हुए थे।
जानकारी के मुताबिक, यह सभी लोग निजामुद्दीन मरकज से 17 मार्च को निकलकर 22 मार्च को प्रयागराज पहुंचे, और यहां रेलवे स्टेशन के पास में बनी मस्जिद के गेस्ट हाउस में रुके हुए थे। लेकिन इसकी सूचना जिला प्रशासन को नहीं दी गई थी। मंगलवार की देर शाम स्थानीय लोगों से इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने गेस्ट हाउस पहुंचकर सभी 9 लोगों को एंम्बुलेंस बुलाकर क्वारंटाइन के लिए भेज दिया है। बता दें कि इस दौरान कई थानों की फ़ोर्स मस्जिद के पास तैनात रही। इसके साथ ही उनके साथ रह रहे 28 अन्य लोगों को भी आइसोलेट किया गया है।
एसएसपी के मुताबिक, इंडोनेशिया से आए लोगों के पास टूरिस्ट वीजा है। फिलहाल इनमें कोरोना के लक्षण तो नहीं मिले हैं लेकिन इनकी जांच की जाएगी। इसके साथ ही सूचना न देने के मामले में मस्जिद के मौलवी पर कार्रवाई भी की जाएगी।
11
लोग
दिल्ली
में
हुए
क्वारंटाइन
निजामुद्दीन
मरकज
में
हुई
तब्लीग-ए-जमात
में
प्रयागराज
मंडल
के
और
11
लोग
शामिल
हुए
थे।
हालांकि,
राहत
की
बात
यह
है
कि
जमात
में
शामिल
सभी
लोग
अभी
दिल्ली
में
ही
मौजूद
हैं
और
राजधानी
में
ही
क्वारंटाइन
हैं।
डीजीपी
की
ओर
से
भेजे
गए
पत्र
का
संज्ञान
लेकर
आईजी
प्रयागराज
की
ओर
से
कराई
गई
एलआईयू
जांच
में
इस
बात
का
खुलासा
हुआ
है
कि
दिल्ली
के
निजामुद्दीन
मरकज
में
तबलीगी
जमात
में
प्रयागराज
मंडल
के
जिन
11
लोगों
के
शामिल
होने
की
सूचना
थी,
इनमें
आठ
लोग
प्रयागराज
के
मऊआइमा
कस्बे
के
हैं।
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