प्रयागराज कुंभ 2019 का आखिरी स्नान पर्व कल, जानें महाशिवरात्रि पर क्या हैं तैयारियां
Prayagraj news, प्रयागराज। प्रयागराज कुंभ 2019 का छठवां और अंतिम स्नानपर्व कल महाशिवरात्रि के तौर पर होगा। सोमवार को संगम व गंगा-यमुना के विभिन्न घाटों पर लाखों लोग डुबकी लागायेंगे और इस स्नान के साथ ही कुंभ के सभी स्नान पर्व समाप्त हो जायेंगे। फिलहाल, महाशिवरात्रि पर शाही स्नान नहीं होगा। साथ ही नागा सन्यासी व अखाड़ों की वापसी लगभग हो चुकी है। जिससे आम श्रद्धालुओं को संगम नोज पर भी स्नान करने का मौका मिलेगा। अभी भी कुंभ क्षेत्र में प्रवेश कर रहे कुछ शंकराचार्य, संत-महात्मा और महाशिवरात्रि का संकल्प लेकर संगम की रेती पर रुके कल्पवासी महाशिवरात्रि पर डुबकी लगाकर कुंभ से विदा होंगे। सुरक्षा व्यवस्था को पहले ही से हाई अलर्ट पर रखा गया है और मेला क्षेत्र में जल थल व नभ से सुरक्षा प्रदान की जाती रहेगी।
क्या है धार्मिक महत्व
पंडित सत्य प्रकाश पांडेय जी महराज महाशिवरात्रि के पर्व के बारे में आध्यात्मिक जानकारी देते हुये बताते हैं कि कुंभपर्व में ग्रहों के शुभफल, सोमवार के शुभतादायी संयोगों के कारण ही यह महाशिवरात्रि पर व्रत एवं भोलेनाथ का पूजन, अभिषेक विशेष पुण्यदायी होगा। महाशिवरात्रि भगवान भोलेनाथ के व्रत, पूजन, अभिषेक के लिए अत्यंत पुण्य प्रदान करने वाली है। श्रद्धालु जलाभिषेक, रुद्राभिषेक एवं महामृत्युंजय के जप दर्शन, पूजन के साथ-साथ रात्रि जागरण करते हुए शिव का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि महाशिवरात्रि व्रत का पारण पांच मार्च को किया जाएगा।
ट्रैफिक डायवर्जन व्यवस्था आज से लागू
अगर आप कुंभ मेला में आ रहे हैं तो आपको ट्रैफिक रूट डायवर्जन व्यवस्था का पालन करना होगा। रविवार से ही प्रयागराज जिले में भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित होगा। जबकि कुंभ आने वाले वाहनों को संबंधित रूट पर ही बने पार्किंग स्थल पर रोका जायेगा। महाशिवरात्रि पर कुंभ स्नान के लिये भारी संख्या में भीड आने का अनुमान है। जिसके कारण इलाहाबाद जंक्शन के सिविल लाइंस साइड से यात्रियों का प्रवेश रविवार से बंद कर दिया गया है। ताकि यात्रियों को स्टेशन से आने में समस्या ना हो और भारी भीड़ को आसानी से नियंत्रित किया जा सके। गौरतलब है कि यही व्यवस्था पूर्व के स्नान पर्वों पर भी लागू थी। यात्रियों को सिटी साइड से ही प्रवेश मिलेगा।
स्नान पर्व से पहले भीड़ का रेला
कुंभ में अब तक हुये 5 स्नान पर्वों के जैसे ही महाशिवरात्रि पर स्नान पर्व के एक दिन पहले ही भारी भीड़ ने डेरा जमा लिया है। शनिवार से ही को संगम पर एक बार फिर श्रद्धालुओं का तांता लग गया है। मेला के प्रवेश मार्ग से लेकर संगम जाने वाली सड़कों पर वाहनों का रेला उमड़ने से चौतरफा जाम की स्थिति बनी हुई है। आलम यह है कि किला रोड से लेकर त्रिवेणी रोड व अन्य मार्गों पर वाहन रेंगते रहे। किला घाट से वीआईपी घाट, अक्षयवट, रामघाट, नागवासुकि से लेकर संगम नोज तक बडी संख्या में कारों के पहुंच जाने से यातायात की स्थिति काफी विकट रही।
फ्री बस सेवा
कुंभ मेला के तहत प्रयागराज मेला क्षेत्र में 500 से अधिक सटल बसें चलाई जा रही है, जिनमें से आधे से अधिक बसें 1 जनवरी से ही संचालित की जाने लगी है। जबकि 14 जनवरी से अन्य सभी बसों का संचालन शुरू कर दिया गया था। जबकि स्नान पर्व में शटल बस सेवा से श्रद्धालुओं को फ्री में सफर कराया गया। कल महाशिवरात्रि पर फिर से यात्रियों को बस की फ्री सुविधा दी जायेगी। जबकि प्रयागराज पहुंचने वाली रोडवेज बसों का ठहराव कुंभ के लिये बनाये गये छह सेटलाइट बस अड्डों पर होगा। इन बस अड्डों से शटल बसों की फ्री सेवा श्रद्धालुओं को मिलेगी। जो उन्हे मेला क्षेत्र तक पहुंचायेंगी व वापस भी ले आयेंगी।