प्रयागराज: कुंभ मेले का भव्य आगाज, ढोल नगाड़ों के बीच स्नान के लिए निकले साधु
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Allahabad News, इलाहाबाद। प्रयागराज कुंभ में शाही स्नान शुरु हो गया है। जहां एक ओर मकर संक्रांति के पर्व पर अखाड़े शाही स्नान कर रहे हैं, वहीं करोड़ों श्रद्धालु भी संगम की त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। परंपरा के मुताबिक, सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा ने सुबह 6.15 बजे शाही स्नान किया। इसके बाद अटल अखाड़े के महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, महंत व श्रीमहंत ने शाही स्नान किया।
मंगलवार को सबसे पहले स्नान के लिए महानिर्वाणी अखाड़े के संत, अचार्य और महामंडलेश्वर शाही अंदाज में रथों पर विराजमान होकर संगम तट की ओर बढ़े। इनके साथ हजारों नागा साधुओं का कारवां भी दौड़ते हुए चला। अखाड़े के देव भगवान कपिल देव तथा नागा संन्यासियों ने अखाड़े की अगुवाई की। मकर संक्रांति पर परंपरा के मुताबिक सबसे पहले अखाड़े के भालादेव ने स्नान किया। उसके बाद नागा साधुओं ने फिर आचार्य महामंडलेश्वर और साधु-संतों ने स्नान किया। सड़क के दोनों और लाखों श्रद्धालु शाही जुलूस को देखने के लिए जुटे रहे। संत भी कृपा बरसाते हुए द्रुत गति से संगम तट पर पहुंचे और शाही स्नान की परंपरा को पूरा किया।
महानिर्वाणी अखाड़े के बाद श्री पंचायती अटल अखाड़े के संत, आचार्य और महामंडलेश्वर संगम तट पर शाही अंदाज में पहुंचे। इन अखाड़े के संतों ने भी शाही स्नान कर लिया है। दोनों अखाड़ों के संत अपने शिविर की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। इसी क्रम में श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा और तोपोनिधि श्री पंचायती आनंद अखाड़े के संत भी शाही स्नान के लिए अपने आचार्य, महामंडलेश्वर और ईष्ट देव के साथ संगम तट पर पहुंचे। इपका भी स्नान पूरा हो चुका है। दोनों आखाड़ों के संत अपने शिविर की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। वहीं, अब शाही स्नान के लिए सबसे बड़ा अखाड़ा श्री पंच दशनाम जूना के साथ अग्नि अखाड़ा और अवाहान अखाड़े के संत संगम तट पर पहुंचने वाले हैं।