लव जिहाद: पूर्व ब्यूरोक्रेट्स के पत्र पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा- बदनाम कर रहे
Religious ordinance 2020, प्रयागराज। कथित 'लव जिहाद' (Love Jehad) को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में धर्म परिवर्तन अध्यादेश 2020 (Religious ordinance 2020) कानून बनाया गया है। इस कानून को लेकर 104 से अधिक रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारियों के संगठन ने प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है। इस पत्र के जरिए इन अधिकारियों ने लव जिहाद पर बने नए कानून को वापस लिए जाने की मांग की है। तो वहीं, अब इस पत्र पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने का बयान सामने आया है। डिप्टी सीएम ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'इस तरह की अपील और बयानबाजी करना अब फैशन बन गया है।'
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सरकार
को
बदनाम
करने
के
लिए
करते
है
इस
तरह
की
हरकतें:
मौर्य
डिप्टी
सीएम
ने
मीडिया
से
बात
करते
हुए
कहा
कि
देश
या
प्रदेश
में
जब
भी
कोई
अच्छा
काम
होता
है
तो
इसी
तरह
से
अपील
व
बयानबाजी
की
जाती
है।
सरकार
को
बदनाम
करने
के
इस
तरह
के
कदम
उठाए
जाते
हैं।
इतना
ही
नहीं,
देश
व
प्रदेश
के
हित
में
कोई
भी
अच्छा
काम
होने
पर
अवार्ड
वापसी
और
टुकड़े-टुकड़े
गए
गैंग
सक्रिय
हो
जाता
है।
इस
दौरान
बोलते
हुए
डिप्टी
सीएम
ने
कहा
कि
सीएए
और
एनआरसी
समेत
तमाम
मुद्दों
पर
कई
लोगों
ने
अपने
अवार्ड
वापसी
का
एलान
किया
था,
लेकिन
इनमें
से
किसी
ने
भी
अवार्ड
वापस
नहीं
किया।
रिटायर्ड
नौकरशाह
सिर्फ
सरकार
को
बदनाम
करने
के
लिए
इस
तरह
की
हरकतें
कर
रहे
हैं।
जनता
अब
जागरूक
है:
मौर्य
डिप्टी
सीएम
ने
कहा
है
कि
उनकी
सेवा
समाप्त
हो
गई
है,
वह
सिर्फ
सराहना
लें।
सरकारों
को
सलाह
देने
के
लिए
वर्तमान
में
पदों
पर
बैठे
अफसर
पूरी
तरह
सक्षम
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
इस
तरह
के
काम
भाजपा
विरोधी
और
मोदी
विरोधी
गैंग
के
इशारे
पर
किया
जाता
है।
उन्होंने
कहा
कि
रिटायर्ड
नौकरशाहों
के
दिन
बीत
चुके
हैं।
देश
की
जनता
अब
जागरूक
हो
चुकी
है।
क्या
है
मामला
दरअसर,
पूर्व
राष्ट्रीय
सुरक्षा
सलाहकार
रहे
शिवशंकर
मेनन,
पूर्व
विदेश
सचिव
निरुपमा
राव,
पूर्व
प्रधानमंत्री
सलाहकार
रहे
टीकेए
नायर
समेत
104
नौकरशाहों
ने
सीएम
योगी
आदित्यनाथ
को
पत्र
लिखा
है।
इस
पत्र
के
जरिए
इन
अधिकारियों
ने
लव
जिहाद
पर
नए
कानून
को
लेकर
चिंता
जाहिर
की
है।
इन
लोगों
ने
अपने
पत्र
में
मुरादाबाद
की
घटना
का
जिक्र
किया
गया
है
जहां
दो
मुस्लिम
युवकों
को
गिरफ्तार
कर
लिया
गया
था।
इन
लोगों
को
हिंदू
धर्म
की
लड़की
से
शादी
की
थी,
जिसमे
से
एक
लड़की
जोकि
गर्भवती
थी
उसका
गर्भपात
हो
गया
था।
हालांकि
बाद
में
महिला
का
कहना
था
कि
उसने
अपनी
इच्छा
से
शादी
की
है
लेकिन
बावजूद
इसके
बजरंग
दल
के
लोग
युवक
पर
लव
जिहाद
का
आरोप
लगा
रहे
है।
पत्र
में
एक
रिटायर्ड
अधिकारी
ने
पूछा
है
कि
क्या
यह
एक
अजन्मे
बच्चे
की
हत्या
जैसा
अपराध
नहीं
है,
आपके
प्रदेश
की
पुलिस
इस
तरह
के
मामलों
में
कोई
कार्रवाई
नहीं
करती।