प्रयागराज: जबरन धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में बिशप सहित तीन लोगों पर FIR
प्रयागराज। लखनऊ डायोसेशन ट्रस्ट एसोसिएशन के कर्मचारी संजय सिंह ने कर्मचारियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में बिशप पीटर बलदेव सिंह सहित तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई है। मुकदमा प्रयागराज शहर के सिविल लाइंस थाने में आईपीसी की धारा 153-ए के तहत दर्ज किया गया है। संजय सिंह का आरोप है कि उसे लगातार धमकी दी जा रही थी कि वह ईसाई धर्म स्वीकार कर ले अन्यथा उसे नौकरी से निकाल दिया जाएगा और जब उसने बात नहीं मानी और ईसाई धर्म स्वीकार नहीं किया तो उसे नौकरी से निकाल दिया गया। संजय सिंह का आरोप है कि इसी तरह दूसरे कर्मचारियों के ऊपर भी दबाव बनाया जाता है और उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता है।
क्या है आरोप
प्रयागराज जिले के हडिया के रहने वाले संजय सिंह 2004 से लखनऊ डायोसेशन ट्रस्ट एसोसिएशन सरोजनी नायडू मार्ग स्थित कार्यालय में काम करते थे। संजय सिंह के अनुसार, संस्था के पदाधिकारी उस पर दबाव बना रहे थे कि भाई ईसाई धर्म स्वीकार कर ले और ईसाई बन जाने पर उसे रुपए, घर के साथ उसकी नौकरी भी सुरक्षित रहेगी और अगर उसने धर्म परिवर्तन नहीं किया तो उसे नौकरी से निकाल दिया जाएगा। उसे 200 वर्ग गज जमीन और दो लाख रुपए का ऑफर दिया गया था, लेकिन जब उसने धर्म परिवर्तन नहीं किया तो उसे नौकरी से निकाल दिया गया। मामले में पीटर बलदेव, दीपक टूडी और एचआर मल्ल के खिलाफ धारा 153 ए के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली गई।
क्या बोले बिशप पीटर बलदेव
धर्मांतरण के आरोप में फंसे बिशप पीटर बलदेव ने मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद अपना पक्ष पुलिस के समक्ष रखा है। बिशप ने बताया कि ट्रस्ट के कुछ खातों को कोर्ट ने फ्रीज किया था, जिसके कारण संजय व अन्य कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं मिली थी। इसी को लेकर संजय व अन्य लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। अनुशासनहीनता पर इन सभी को बर्खास्त कर दिया गया है, जिस पर अब कुछ बीजेपी नेताओं के साथ मिलकर संजय सिंह धर्मांतरण का झूठा आरोप लगा रहे हैं। वहीं, इस मामले में एडीजी से बिशप ने मुलाकात की और निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस मामले मे सीओ सिविल लाइंस बृज नारायण सिंह ने बताया कि शिकायत मिली है, जिसपर एफआईआर दर्ज की गई है। विवेचना के बाद साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस हर पहलु को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।