प्रयागराज के थाने से अतीक अहमद से संबंधित केस की फाइलें गायब, तलाशने में जुटी पुलिस
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में एक तरफ योगी सरकार मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे माफियाओं के अवैध आर्थिक साम्राज्य को ध्वस्त करने में लगी हुई है तो दूसरी तरफ यूपी पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। प्रयागराज में सोमवार को अतीक अहमद के अवैध मकान को गिराकर प्रशासन ने जमीन को कब्जा मुक्त कराया वहीं थाने से अतीक से जुड़े 113 मुकदमों की फाइलें गायब होने का पता चला। इससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
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अतीक अहमद के खिलाफ 2002 में एक ही दिन में धोखाधड़ी के 113 मुकदमें धूमनगंज कोतवाली में दर्ज किए गए थे। मायावती सरकार बनने के बाद अतीक के खिलाफ यह कार्रवाई की गई थी। पुलिस ने इन फाइलों को खोजना शुरू किया तो ये गायब मिलीं।
इस बारे में एसएसपी अभिषेक दीक्षित का कहना है कि थाने में इन सभी फाइलों को डिजिटल पर नहीं डालने से या तो ये रखे-रखे खराब हो जाती हैं या फाइलों की भीड़ में गुम हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि अतीक से जुड़ी फाइलों को खोजने की कोशिश जारी है। मुकदमों की एक कॉपी सीओ ऑफिस और एक कोर्ट में जाती है। अगर थाने में नहीं मिलेगी तो सीओ ऑफिस या कोर्ट के दस्तावेज से एक कॉपी तैयार कर लेंगे।
सोमवार को माफिया अतीक अहमद के करोड़ों के एक मकान को प्रशासन ने ध्वस्त कर जमीन को कब्जामुक्त किया। प्रयागराज के पॉश इलाके सिविल लाइंस के नवाब युसूफ रोड पर अवैध तरीके से 500 वर्ग गज के प्लॉट पर यह मकान बनाया गया था जिसे पुलिस-प्रशासन और शहर विकास प्राधिकरण ने जेसीबी से गिरा दिया। अतीक अहमद ने प्रयागराज के कई हिस्सों में करोड़ों की संपत्ति अवैध रूप से बनाई है जिसके बारे में प्रशासन पता लगाकर लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी अभियान के तहत सिविल लाइंस में स्थित इस जमीन पर बने मकान को गिराकर प्रशासन ने उसे खाली करा लिया।
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