FB पर टीचर की हरकतों को उजागर करने वाली छात्रा के पिता को गर्व, कहा-हर कदम पर उसके साथ
प्रयागराज। फेसबुक पोस्ट के माध्यम से अपने ट्यूशन पढ़ाने वाले एक टीचर की काली करतूतों को उजागर करने वाली शहर की छात्रा को उनके माता-पिता का साथ मिला है। पीड़ित छात्रा के पिता ने बेटी की पहचान उजागर करते हुये फेसबुक पर मार्मिक पोस्ट लिखी है कि शर्म उसे आनी चाहिए, जिसने मानवता और रिश्तों को शर्मसार किया। उन्होंने लिखा कि उन्हें बेटी के साहस पर मुझे गर्व है।

सोशल मीडिया वायरल हुई इस पोस्ट को हजारों लोगों ने शेयर व कमेंट किया है। साथ ही आरोपी टीचर की गिरफ्तारी की मांग कर रहे है। आपको बता दें कि परिजनों की दखल के बाद आरोपी टीचर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली गई है और उसकी तलाश की जा रही है। मामला हाई सोशायटी से जुड़ा होने के कारण पुलिस एक्शन में है और आरोपी की कॉल डीटेल आदि भी निकलवाई जा रही है। छात्रा वाराणसी के एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ती है जिसने हाल ही में 12 कक्षा की परीक्षा दी है। उन्होंने अपनी बेटी की उस इंस्टाग्राम पोस्ट को भी अपने फेसबुक पेज की वाल पर पोस्ट किया है, जिसकी वजह पूरे प्रकरण का खुलासा हुआ। यहां हम पिता की ओर से पोस्ट की गई बेटी की इंस्टाग्राम पोस्ट को शब्दश: दे रहे हैं।
'मुझे याद है कि मुझे हमेशा बड़ों की इज्जत करना सिखाया जाता है। बड़े हैं, यह कहकर उन्हें गैर जरूरी सम्मान दिया जाता है। हमारे माता-पिता ने अजनबियों से कुछ भी लेने से मना किया, जिन लड़कों से हम मिलते थे, उनसे सावधान रहने को कहा गया, लेकिन जिस व्यक्ति ने मेरा बचपन छीन लिया, वह व्यक्ति वो था जिस पर मेरे माता-पिता ने मुझे पढ़ाने के लिए भरोसा किया। मैं गणित में हमेशा कमजोर थी और मुझे अच्छा ग्रेड चाहिए था, इसके लिए वह आया था। सफेद पूरी बांह की शर्ट, फार्मल पैंट, अजीब सी मुस्कान और चोरों वाली चाल ढाल।
उसने बारह साल की बच्ची का कई तरह से ब्रेन वाश करना शुरू किया। अगर आप 'ग्रूमिंग' टर्म जानते हों तो यह उसका क्लासिक केस है। यह आदमी पचास साल का प्रौढ़ था, मतलब ऐसा जिस पर आप उसकी उम्र के नाते भी सहज भरोसा कर लेंगे। आगे घटना ऐसे बढ़ी कि मैं बाथरूम में उल्टियाँ कर रही थी क्योंकि उसने मेरे ऊपर इस तरह सेक्सुअल एसॉल्ट किया था कि मैं उस घटना को दोहराना भी नहीं चाहती। यह सब वह दो महीने तक करता रहा, जब तक कि किसी घटनावश उसे ट्यूशन से हटा नहीं दिया गया।
मेरी कहानी जटिल, उलझी हुई और खून में सनी हुई है। इसमें खून से दस्तखत किए हुए पत्र हैं, बाइबिल पर हाथ रखकर खाई हुई कसमें हैं और किसी को बताने पर आत्महत्या की धमकियाँ हैं। उसका नाम सुनील दुआ है जिसने अपने गन्दे स्पर्श और घिनौनी नजरों से मेरा बचपन बरबाद किया। यहाँ तक कि अब मैं किसी लड़के को नहीं चूम सकती क्योंकि मेरे सामने उसका गन्दा चेहरा आ जाता है। अब मेरे लिए चुम्बन किसी कविता की तरह सुंदर नहीं हो सकता, हो ही नहीं सकता।
इन बातों को पाँच साल बीत चुके हैं। लेकिन मैं आज भी बेहद यन्त्रणा में हूँ। मैं उन छोटी बच्चियों के प्रति जिम्मेदारी महसूस करती हूँ जो आगे इस व्यक्ति के घिनौनेपन का शिकार बन सकती हैं।अगर मेरी इस बात से किसी को लगता है कि मैं अटेंशन सीकर हूँ तो वह मुझे तुरन्त अमित्र और ब्लॉक कर दें। दोषी व्यक्ति आज भी अशोक नगर और जार्ज टाउन में क्लास ले रहा है, एल चिको जा रहा है, सामान्य जिंदगी जी रहा है, जैसे कि ज़्यादातर यौन हमलावर करते हैं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ कि उसे सजा मिले। मैंने सालों तक अपना मुँह बन्द रखा। लेकिन अब समय आ गया है। दोस्तो, मैं अपनी बेड़ियों को तोड़ूँ और आपके सामने वह क्रोध ज़ाहिर होने दूँ जो मैंने अब तक दबा रखा था।'
सोशल मीडिया पर कैंपेन
वहीं आरोपी टीचर के लिये पुलिस कंप्लेन के बाद पुलिस जहां हरकत में आयी है और आरोपी टीचर की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। दूसरी ओर सोशल मीडिया पर टीचर के सामाजिक बहिष्कार व काननू कार्रवाई के लिए बडे पैमाने पर कैंपेन शुरू कर दिया गया है। हजारों लोग सम्भवी के पोस्ट का स्क्रीन शाट लेकर उसे शेयर कर रहे हैं। जबकि पिता की लिखी पोस्ट को भी चंद घंटे में ही वायरल कर दिया गया है।
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