करीबियों पर हमले के बाद जेल से बाहर नहीं निकल रहा मुख्तार अंसारी, स्पेशल कोर्ट ने खारिज की जमानत
प्रयागराज। लंबे समय से जेल में बंद पूर्वांचल के बाहुबली मुख्तार अंसारी को अपनी हत्या का डर खूब सताने लगा है। वह अब जेल से बाहर नहीं निकल रहा है और अपनी सुरक्षा को लेकर आशंकित है। जेल से कोर्ट के बीच रास्ते में अपनी हत्या का दावा कर चुके अंसारी फिलहाल स्पेशल कोर्ट में सुनवाई के दौरान प्रयागराज भी नहीं आ रहा है। वह अपने मुकदमों में हाजिर नहीं हो रहा है और रास्ते की सुरक्षा को लेकर उसने बाहर आने से इनकार कर दिया है। वहीं, दूसरी ओर लखनऊ में करीबियों पर गोली चलने के बाद अंसारी का यह डर और भी बढ़ गया है। हालांकि न्यायिक प्रक्रिया से अंसारी को एक और झटका लगा है, स्पेशल कोर्ट ने उसकी जमानत याचिका भी खारिज कर दी है।
अदालत में क्या दी गई दलील
प्रयागराज की सांसद विधायक स्पेशल कोर्ट में दाखिल की गई जमानत अर्जी में मुख्तार अंसारी की ओर से बताया गया कि उन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन इस एक्ट में जितनी सजा का प्रावधान है उतना समय वह जेल में काट चुके हैं। ऐसे में उसे जमानत पर रिहा किया जाना चाहिए। हालांकि, सरकारी वकील की ओर से बताया गया कि मुख्तार अंसारी पर गाजीपुर के मोहम्मदाबाद थाने में मुकदमा दर्ज है और जिस में यह पाया गया था कि वह अवैध गिरोह चलाता है और जेल के अंदर से ही इस गिरोह का संचालन कर रहा है। सरकारी वकील ने मुख्तार अंसारी के लंबे आपराधिक इतिहास का भी जिक्र किया। अदालत ने आपराधिक इतिहास के मद्देनजर ही मुख्तार अंसारी की जमानत याचिका खारिज कर दी है।
2009 से जेल में अंसारी
बता दें कि मुख्तार अंसारी 2009 से ही जेल में बंद है, लेकिन उनका राजनैतिक रसूख लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आलम यह है अंसारी कि 1996 से लगातार विधानसभा का सदस्य चुना जा रहा है। जिसका क्रम इस बार भी जारी रहा है। वहीं, अंसारी के आपराधिक मुकदमों की बात करें तो अब तक मुख्तार अंसारी पर 49 से अधिक मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं और उनके कई सक्रिय गैंग भी सामने आ चुके हैं, जिनका वह लीडर बताया जाता है। फिलहाल, स्पेशल कोर्ट ने लगातार अपराध करने व आपराधिक प्रवृति के साथ अपराधों की गंभीरता देखते हुए जमानत देने से इनकार कर दिया है। याचिका पर सुनवाई स्पेशल कोर्ट के जज पवन कुमार तिवारी ने की है।
पेशी पर नहीं आ रहा बहुबली
बाहुबली मुख्तार अंसारी इस समय बांदा जेल में बंद है और उसके कई मुकमदों की सुनवाई प्रयागराज की स्पेशल कोर्ट में हो रही है। बांदा से प्रयागराज पेशी पर ले आने के दौरान मुख्तार ने अपना खौफ कोर्ट में बयां किया है और पेशी पर ना लाने की अपील की है। हालांकि, स्पेशल कोर्ट ने पेशी पर छूट नहीं दी है और कहा है कि मुख्तार को पेशी पर हाजिर होना पड़ेगा और उसके लिए पुलिस पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करेगी। हालांकि, पिछले 6 महीने से मुख्तार पेशी पर अपनी हत्या के डर के कारण हाजिर नहीं हो रहा है।
पहले भी कर चुका है फरियाद
उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी ने इससे पहले ही जेल में अपनी हत्या की आशंका जताते हुए स्पेशल कोर्ट एमपीएमएलए में प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें उन्होंने कहा है कि स्पेशल टास्क फोर्स ही उनकी हत्या का षड्यंत्र रच रही है। मुख्तार ने आरोप लगाया कि माफिया डान बृजेश सिंह, एसटीएफ के अभिताभ यश और सांसद रेल मंत्री मनोज सिन्हा उसकी हत्या कराने का षड्यंत्र रच रहे है। किसी भी वक्त उस पर जेल में जानलेवा हमला हो सकता है और उसकी हत्या की जा सकती है। अंसारी ने खुद को स्पेशल कोर्ट में पेश करने के बजाय उसकी पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग से कराए जाने की मांग की थी। हालांकि उसकी यह मांग भी पूरी नहीं हो सकी है।