अखिलेश सरकार में तोड़फोड़ करने वाले दर्जनभर कांग्रेसी नेताओं ने कोर्ट में किया सरेंडर, मिली जमानत
Prayagraj news, प्रयागराज। कांग्रेस के महासचिव मधुसूदन, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन, पूर्व यूपी अध्यक्ष निर्मल खत्री समेत दर्जन भर दिग्गज कांग्रेसी नेताओं ने मंगलवार को प्रयागराज की सांसद विधायक स्पेशल कोर्ट में सरेंडर किया। लगभग दो घंटे तक मामले की सुनवाई के बीच सभी को न्यायिक अभिरक्षा में रखा गया और बाद में कांग्रेसी नेताओं की ओर से दिये गये प्रार्थना पत्र के आधार पर उन्हें जमानत दे दी गयी।
क्या है मामला
गौरतलब है कि किसानों के मामले को लेकर अखिलेश सरकार के दौरान 17 अगस्त 2015 को कांग्रेसी नेताओं ने लखनऊ में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान तोड़फोड़, पत्थरबाजी, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने आदि के एक मामले में दर्जनों दिग्गज कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी मामले में पिछले दिनों राज बब्बर ने कोर्ट में हाजिर होकर अपनी जमानत करा ली थी, जबकि अन्य नेताओं ने मंगलवार को पहुंचकर अपनी जमानत कराते हुये गैरजमानतीय वारंट रद्द कराया है।
कोर्ट ने जारी किया था गैर जमानती वारंट
दरअसल, इस मुकदमे की सुनवाई प्रयागराज स्थित एमपी एमएलए कोर्ट में चल रही है। पिछली सुनवाई के दौरान मुकदमे में आरोपी 18 कांग्रेस नेताओं को हाजिर होना था, लेकिन कोई भी कोर्ट नहीं पहुंचा। इसके बाद स्पेशल कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया और सभी के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर अगली सुनवाई पर अदालत में पेश करने को कहा है। मामले पर सुनवाई स्पेशल जज पवन कुमार तिवारी कर रहे हैं।
कोर्ट ने स्वीकार की जमानत अर्जी
स्पेशल कोर्ट में जमानत कराने के लिये मधुसूदन मिस्त्री सांसद, निर्मल खत्री पूर्व अध्यक्ष उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी, प्रदीप माथुर पूर्व नेता कांग्रेस विधानमंडल दल एवं पूर्व विधायक मथुरा वृंदावन, प्रदीप जैन पूर्व मंत्री, केके शर्मा पूर्व विधायक, ओंकार सिंह, प्रदीप माथुर, बोधलाल शुक्ला,ओंकार सिंह, रमेश मिश्रा आदि मंगलवार को उपस्थित हुये। इनके द्वारा सुनवायी में सहयोग करने व जमानत की अर्जी को कोर्ट ने स्वीकार करते हुये इन्हें जमानत दी है।
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