इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्रों का हंगामा, पुलिसकर्मियों ने भागकर बचाई जान, 14 छात्र नेता नामजद
Allahabad News, इलाहाबाद। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एक बार फिर से हालात उस वक्त बिगड़ गए जब अपनी कुछ मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से पुलिसकर्मियों की नोकझोंक हो गई। जिसके बाद विवि चौकी प्रभारी व सिपाही से छात्रों की हाथापाई हो गई और छात्रों की भीड़ में फंसे दरोगा व सिपाही ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। घटना की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचते ही कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पुलिस कप्तान पहुंच गए और छात्रों को समझा बुझा कर शांत कराया गया। वहीं, पुलिस को ओर से मारपीट समेत कई धाराओं में 14 छात्र नेताओं समेत 200 अज्ञात छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
छात्र लाइब्रेरी गेट पर दे रहे थे धरना
विवि लाइब्रेरी हाल गेट पर शुक्रवार 11 बजे के करीब बड़ी संख्या में छात्र नेता पहुंचे और धरने पर बैठ गए। वह एक दिन पहले छात्रसंघ पदाधिकारी से हुई अभद्रता की घटना का विरोध कर रहे थे। उनकी मांग थी कि बिना अनुमति परिसर में पुलिस को प्रवेश न करने दिया जाए। इसके अलावा हॉस्टल खाली कराने की घोषणा को लेकर भी वह आक्रोशित थे। प्रदर्शन की जानकारी मिली तो विवि चौकी प्रभारी योगेश सिंह व सिपाही धर्मेंद्र कुमार के मौके पर पहुंचने पर मामला और बिगड गया। प्रदर्शनकारियों ने गेट बंद कर दिया और देखते ही देखते नोकझोंक और हाथापाई होने लगी। इस दौरान छात्र उग्र हो गये और दोनों पुलिसकर्मियों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई।
कप्तान ने संभाली कमान
छात्रों द्वारा बवाल करने व पुलिसकर्मियों को पीटे जाने की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम में पहुंची तो हड़कंप मच गया। खुद पुलिस कप्तान कई थानों की फोर्स व पुलिस के आला अफसरों के साथ मौके पर पहुंच गए। इस दौरान वहां मौजूद छात्रों से बातचीत कर मामला शांत कराया गया। मामले में एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पिटाई से सिपाही धमेंद्र गंभीर रूप से चोटिल हुआ है। भुक्तभोगी सिपाही द्वारा 14 छात्र नेताओं को नामजद किया गया है। जबकि 200 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोपियों के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा डालने, एससी-एसटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
ये हैं नामजद
नामजद आरोपियों में छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव, महामंत्री शिवम सिंह, नेहा यादव, विवेक यादव उर्फ विक्की, देवेंद्र तिवारी, दीपक, अतेंद्र सिंह, अभिषेक यादव, दुर्गेश मिश्रा, सहपाल मालिक, कुंवर विक्रम सिंह बघेल, अंकित पटेल, अंकुश यादव व सोनू शामिल हैं। वहीं, मामले में नामजद छात्र नेताओ ने कहा कि पुलिस उन्हें फंसाने के लिए झूठे आरोप लगा रही है। मारपीट नही हुई थी। छात्र उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा। इसके लिए सड़क तक आंदोलन किया जायेगा।