जेल में बंद छात्रा की जमानत पर हाईकोर्ट में सुनवाई, चिन्मयानंद का वकील बोला- गैंगस्टर एक्ट लगे
शाहजहांपुर। लॉ की छात्रा का यौन शोषण करने का आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद जेल में बंद है। मगर, चिन्मयानंद के वकील उक्त छात्रा एवं उसके तीन दोस्तों के खिलाफ कार्रवाई कराने के लिए एड़ी-चोट का जोर लगा रहे हैं। चिन्मयानंद पक्ष का कहना है कि रंगदारी मांगने के मामले में चारों को गैंगस्टर एक्ट के तहत सजा मिले। बता दें कि, चिन्मयानंद को जेल होने के बाद छात्रा को भी जेल हो गई थी। मंगलवार, 22 अक्टूबर को छात्रा की जमानत से जुड़ी याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई हो रही है। पिछले दिनों जमानत अर्जी डाली गई थी, जिसे 14 अक्तूबर को हाईकोर्ट ने एडमिट कर लिया था। जिसके बाद सुनवाई के लिए 22 अक्तूबर की तिथि निश्चित की गई थी।
छात्रा पर 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप
चिन्मयानंद के पक्ष की ओर से उस छात्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसने चिन्मयानंद पर कई साल तक जबरन यौन संबंध बनाने के आरोप लगाए थे। चिन्मयानंद पक्ष ने रेप के आरोपों को तो नकार दिए, उल्टे छात्रा पर ही चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपये मांगने के आरोप लगा दिए। इस मामले में छात्रा, उसके साथी संजय सिंह, विक्रम सिंह और सचिन सेंगर नामजद हैं। सभी लोग इस वक्त जेल में हैं।
25 सितंबर को गिरफ्तार की गई थी छात्रा
एलएलएम की वह छात्रा 25 सितंबर को गिरफ्तार हुई थी, उसकी जमानत पहले सीजेएम कोर्ट से बाद में जिला जज कोर्ट से खारिज कर दी गई थी। इसी तरह से संजय, विक्रम, सचिन की भी जमानत खारिज हो गई। इस मामले में छात्रा के वकील अलग थे, बाकी तीनों साथी के अलग वकील थे। संवाददाता के अनुसार, अब उस छात्रा की जमानत पर प्रयागराज हाईकोर्ट में मंगलवार को बहस हो रही है।
चिन्मयानंद के वकील ने छात्रा को ही दोषी बताया
वहीं,
जेल
में
बद
चिन्मयानंद
के
वकील
ने
उक्त
छात्रा
को
ही
मुख्य
आरोपी
बताया
है।
चिन्मयानंद
के
वकील
ओम
सिंह
का
कहना
है
कि
छात्रा
ने
अपनी
गैंग
बनाकर
चिन्मयानंद
को
फंसाया।
चिन्मयानंद
को
बदनाम
करने
की
साजिश
रची।
चिन्मयानंद
निर्दोष
हैं,
दोषी
तो
वो
छात्रा
है।
उस
पर
गैंगस्टर
वाली
धारा
लगनी
चाहिए।''
ओम
सिंह
यहीं
नहीं
रुके,
उन्होंंने
चिन्मयानंद
का
पक्ष
लेते
हुए
कहा
कि
छात्रा
का
साथ
मीडिया
ने
दिया,
जिसकी
वजह
से
बुजुर्ग
स्वामी
को
जेल
में
पहुंचा
दिया
गया।
कहा- फोटो देखकर नहीं लगता कि उसका रेप हुआ
बकौल ओम सिंह, ''उक्त छात्रा ने एक साल तक यौन उत्पीड़न किए जाने का आरोप चिन्मयानंद पर लगाया है। मगर, उस एक साल में वह खुश होकर सब जगह घूमती रही है। उसने नैनीताल के भी अपने कुछ फोटो फेसबुक पर अपलोड किए हैं। इन फोटो को देखकर नहीं लगता कि छात्रा का यौन उत्पीड़न हुआ है। क्या वह पीड़ित है? नहीं, वह तो मुख्य आरोपी है। अब उसका जो वीडियो वायरल हुआ है, उससे साफ हो गया है कि उसने चिन्मयानंद को फंसाया है।''
एसआईटी ने ऐसे लिया था हिरासत में
चिन्मयानंद को जेल होने के बाद छात्रा को भी पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। बाद में एसआईटी ने छात्रा को जेल भेज दिया। सोशल मीडिया पर छात्रा का कार के अंदर रंगदारी की बात कबूलते हुए एक वीडियो भी सामने आया। जिस पर चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह ने प्रतिक्रिया दी है।