ठेकेदार के बेटे का अपहरण कर भाग रहे किडनैपर ने खुद को मारी गोली, मांगी थी 3 करोड़ की फिरौती
Prayagraj News, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में मंगलवार की शाम एक सनसनीखेज घटना हुई है। जिम्नास्टिक की क्लास करने गये एक पांच साल के बच्चे का अपहरण कर लिया गया। अपहरणकर्ता ने परिजनों से 3 करोड़ रूपये की डिमांड रखी। सूचना पुलिस कंट्रोल रूम पहुंची तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अपहरणकर्ता की लोकेशन ट्रेस की जाने लगी और आस पास के जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया। अपहरणकर्ता जब प्रयागराज के पड़ोसी जिले भदोही इलाके में घुसा तो वहां पुलिस के नाकेबंदी में फंस गया और पुलिस मुठभेड़ के दौरान गोली से घायल हो गया। पुलिस का कहना है कि अपहरणकर्ता ने खुद को बचाने के लिये सिर में गोली मार ली और जब उसे पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची तो उसकी मौत हो चुकी थी। बच्चे के सकुशल घर वापस लौटने पर परिजनों ने जहां राहत की सांस ली। वहीं, पुलिस की सक्रियता ने उन्हे बड़ी कामयाबी दिलाई।
क्या है मामला
प्रयागराज शहर के जार्जटाउन थाना क्षेत्र के अल्लापुर इलाके में अभिषेक सिंह परिवार के साथ रहते हैं। वह विकास प्राधिकरण में ठेकेदारी करते हैं। मंगलवार की शाम उनका बेटा रणवीर सिंह रोज की तरह धोबीघाट चौराहे के पास जिम्नास्टिक सीखने गया था। शाम पांच बजे अभिषेक का पुराना ड्राइवर जिम्नास्टिक हाल में पहुंचा और कोच से मिलकर बोला कि बच्चे का आज जन्म दिन है और घर में पार्टी है। इसलिये उसे जल्दी छोड़ दे, बच्चे के लिये खरीदारी करनी है। कोच ने बच्चे को शुभकामना देकर छोड़ दिया। संजय, रणवीर को कार में बैठाकर निकला और कुछ देर बाद अपने फोन से रणवीर के पिता अभिषेक सिंह को फोन कर बोला कि उसने रणवीर को अगवा कर लिया है।
मां को सुनाई बच्चे की आवाज
पुलिस के अनुसार अपहरणकर्ता संजय तीन महीने पहले तक अभिषेक सिंह का ड्राइवर था। लेकिन उसे नौकरी से निकला दिया था। जिससे नाराज संजय ने बच्चे को अपहरण करने का खौफनाक प्लान बनाया और उसे अंजाम भी दिया। संजय ने रणवीर की मां को भी फोन किया और रणवीर की आवाज सुनाकर फोन काट दिया। रणवीर मां से बस इतना बोल सका था कि मां मैं संजय अंकल के साथ हूं। बच्चे की आवाज सुनने के बाद भागती हुई मां जिम्नास्टिक हाल पहुंची तो दूसरी ओर अभिषेक ने पुलिस अधिकारियों से संपर्क साध कर मदद मांगी।
सीसीटीवी व मोबाइल से पकड़ा गया
घटना स्थल पर आईजी समेत जिले के सारे आला अफसर मौके पर पहुंचे तो पुलिस टीमों के साथ क्राइम ब्रांच, एसटीएफ ने तत्काल पड़ताल शुरू कर दी। सीसीटीवी से कार व कार नंबर की पहचान हुई, जबकि मोबाइल की लोकेशन को ट्रेस कर ली गयी और जिले की सीमाओं का सील कर भदोही, वाराणसी, मीरजापुर, रीवा आदि पर नाकेबंदी कर पुलिस अपहरणकर्ता का इंतजार करने लगी। क्योंकि संभावना यही थी अपहरणकर्ता जिस तेजी से आगे बढ़ रहा था वह इन्हीं इलाकों से होकर भाग सकता था। भदोही रूट पर कार ट्रेस हुई तो पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी शुरू कर दी। सुरियावां में अपहरणकर्ता चारों तरफ से घिर गया और पुलिस के साथ मुठभेड़ शुरू हो गयी। कुछ ही देर में अपहरणकर्ता जमीन पर ढेर हो चुका था और रणबीर को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया था।
खुद को मारी गोली
एसपी ने क्राइम बृजेश मिश्र ने बताया कि प्रयागराज से ही अपहरणकर्ता का पीछा शुरू हो गया था और वह भदोही की ओर भाग रहा था। भदोही में सुरियावा थाना क्षेत्र के बसवापुर गांव के पास रात लगभग 10:30 बजे उसे घेर लिया गया। पुलिस के अनुसार अपहरणकर्ता संजय को पुलिस मुठभेड के दौरान पैर में गोली लग गयी थी। वह घायल था और भाग नहीं सकता था। लेकिन, वह बहुत घबरा गया और उसने खुद को सिर में गोली मार ली। जब पुलिल उसे अस्पपताल लेकर पहुंची तो उसकी मौत हो चुकी थी। डाक्टरों ने अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया। देर रात बच्चे को सकुशल उसके माता पिता तक पहुंचा दिया गया।