CBI की न्यायिक हिरासत में बाहुबली अतीक अहमद का साला जकी, खोल सकता है कई अहम राज
प्रयागराज। पूर्व सांसद अतीक अहमद की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रहीं। सीबीआई ने प्रयागराज से गिरफ्तार किए गए अतीक अहमद के साले जकी अहमद को सीबीआई कोर्ट के माध्यम से न्यायिक हिरासत में ले लिया है और अब जकी अहमद अतीक के कई गहरे राज खोल सकता है। चूंकि अतीक के के खास लोगों में उनका साला जकी अहमद भी है, जिसके पास अतीक के काले साम्राज्य का पूरा कच्चा चिट्ठा मौजूद है। सीबीआई की हिरासत में जकी के आने के बाद इस मामले की तह खुलने की पूरी संभावना बन गई है।
CBI ने जकी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा
दरअसल गुजरात जेल में बंद अतीक अहमद की मुश्किलों की जो फेहरिस्त शुरू हुई है, उसके क्रम में अब उनके साले जकी अहमद को सीबीआई की विशेष अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। प्रयागराज में सीबीआई की छापेमारी के दौरान जकी अहमद को गिरफ्तार कर ले जाया गया था और सैकडों कागजात की साथ पूछताछ में जकी से सीबीआई के हाथ कई अहम दस्तावेज भी लगे है। गुरुवार को सीबीआई के डिप्टी एसपी प्रशांत श्रीवास्तव ने जकी अहमद को विशेष अदालत के समक्ष पेश कर उसका न्यायिक रिमांड मांगा। सीबीआई के विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट पीयूष त्रिपाठी ने जकी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
अतीक के ठिकानों पर की थी छापेमारी
बता दें कि सीबीआई ने प्रयागराज में बुधवार को एक साथ अतीक के 6 ठिकानो पर छापेमारी की थी। इस दौरान जकी अहमद को उसके घर से गिरफ्तार किया गया था। अब तक इस केस में 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और वह न्यायिक हिरासत में हैं। हालांकि मामले में नामजद बाहुबली अतीक का बेटा मोहम्मद उमर अभी भी फरार है। जानकारी देते हुए सीबीआई के डिप्टी एसपी प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया की जकी अहमद को विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया था जहां से उसकी न्यायिक रिमांड बढ़ा ली गई है।
सैकड़ों रजिस्ट्री के मिले हैं कागज
सीबीआई की छापेमारी के दौरान प्रयागराज शहर में अतीक के ठिकानों से सैकड़ों की संख्या में रजिस्ट्री के कागजात मिले हैं। सीबीआई के हाथ अतीक के घर से 3 रजिस्टर भी मिला है, जिसमें 70 लोगों के नाम दर्ज हैं। हर नाम के आगे लाखों रुपए का लेनदेन हुआ है लेकिन यह लेनदेन किस तरह का है अभी कुछ भी नहीं पता। यह नाम किस तरह से अतीक से जुड़े हैं अभी इसका खुलासा नहीं हो सका है। दरअसल सीबीआई के 40 से अधिक अफसरों की चार टीमों ने बुधवार को अतीक के घर दफ्तर उनके साले जकी अहमद और पीए फारुख के घर 11 घंटे तक जांच पड़ताल की थी और छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में कागजात बरामद हुए हैं। इनमें सैकड़ों की संख्या में रजिस्ट्री के कागजात मिले हैं, जिन्हें सीबीआई अपने साथ लखनऊ ले गई है।
इस मामले को लेकर कार्रवाई
सीबीआई कार्रवाई के पीछे जो सबसे बड़ा कारण था वह था रियल एस्टेट व्यापारी मोहित जायसवाल का। अतीक अहमद ने लखनऊ के मोहित जायसवाल का 26 दिसंबर को गुर्गों के जरिए अपहरण कराया और उसे उसे अपने वर्चस्व के तहत देवरिया जेल के अंदर बुलाया गया था। आरोप था कि मोहित की जेल के अंदर ही अतीक ने बेरहमी से पिटाई की थी और उसकी करोड़ों रुपये की प्रापर्टी जबरन अपने व करीबियों के नाम करा ली थी। इस घटना के बाद जब मोहित किसी तरह छूटकर लखनऊ पहुंचा तो उसके बाद यह मामला खुला। मोहित ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल कर सीबीआई जांच की मांग की थी। जिस पर कोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए सीबीआई को जांच का निर्देश दिया था।
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