क्यों पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे अतीक अहमद, पत्नी ने बताई ये वजह
Prayagraj news, प्रयागराज। नैनी जेल में बंद बाहुबली अतीक अहमद एकाएक चुनाव मैदान में कैसे उतर आए और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने का क्यों ऐलान किया है? यह सवाल पिछले तीन दिनों से जनता और मीडिया दोनों में छाया हुआ है, लेकिन इस सवाल से अब पर्दा बाहुबली की पत्नी शाइस्ता परवीन ने उठा दिया है। प्रेस कांफ्रेंस कर अतीक अहमद के चुनाव लड़ने की असली वजह बताई है।
क्या बताया कारण?
अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने बताया कि वह अतीक से मिलने जेल में गई तो उन्होंने यह संदेश सभी को देने के लिए कहा कि वह वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे, क्योंकि सभी पार्टियों ने प्रधानमंत्री के सामने हथियार डाल दिया है और सभी प्रत्याशियों ने पीएम को वॉक ओवर दे दिया है। ऐसे में पीएम को टक्कर देने के लिए किसी प्रत्याशी का होना आवश्यक है। अतीक का संदेश बताते हुए शाइस्ता ने कहा कि अगर सपा, बसपा, कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती देना चाहते हैं तो अतीक अहमद को समर्थन देना चाहिए। शाइस्ता ने दावा कि वाराणसी में अल्पसंख्यकों की संख्या अधिक है और अतीक अल्पसंख्यकों की मजबूत आवाज हैं, ऐसे में उनकी नुमाइंदगी के लिए जब कोई नहीं है तो अतीक को खुद चुनाव में उतरना पड़ रहा है।
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निर्दल लड़ेंगे अतीक अहमद
शाइस्ता परवीन के अनुसार, अभी तक किसी भी दल से अतीक को टिकट नहीं मिला है और अतीक अहमद निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने सभी दलों से सपोर्ट मांगा है। हालांकि, उनका चुनाव बहुत कुछ पैरोल पर निर्भर करेगा। अगर अतीक को पैरोल मिली तो वाराणसी में ही वह डेरा जमाएंगे और पीएम के खिलाफ खुले मैदान में ताल ठोकेंगे। हालांकि, अतीक की पैरोल पर सुनवाई आज यानी सोमवार को स्पेशल कोर्ट में होगी। जिस पर अतीक गुट समेत सभी दलों व बीजेपी की भी नजर होगी। गौरतलब है कि अतीक के वाराणसी से चुनाव लड़ने पर मुस्लिम वोटों का पूरी तरह से बिखराव होगा। कांग्रेस और गठबंधन के मुस्लिम वोट बैंक पूरी तरह से बिखर जाएंगे और इससे पीएम की राह और आसान हो जाएगी।
बसपा से नाराजगी
शाइस्ता परवीन ने बताया कि फूलपुर लोकसभा के उपचुनाव में उन्होंने बसपा चीफ मायावती से मुलाकात की थी और उन्होंने अतीक को समर्थन देने को कहा था, लेकिन उन्होंने समर्थन नहीं दिया। इससे पिछला चुनाव अपेक्षाकृत सही नहीं हुआ। वाराणसी में मुस्लिम बाहुल्यता है और मुस्लिमों की हक की आवाज उठाने वाले अतीक के लिए वाराणसी दिल खोलकर स्वागत को तैयार है। ऐसे में इस बार अतीक वाराणसी से ही चुनाव लड़ेंगे।
फूलपुर लोकसभा से सांसद रह चुके हैं अतीक
बता दें कि अतीक अहमद फूलपुर लोकसभा से सांसद रह चुके हैं, लेकिन पिछले दो साल से वह जेल में बंद और उन्हें चुनाव लड़ने के लिए किसी पार्टी ने टिकट नहीं दिया है। उपचुनाव में अतीक निर्दलीय मैदान में उतरे, लेकिन बुरी तरह से हार गए थे और इस बार किसी बड़े दल से टिकट दिए जाने के जुगाड़ में थे, लेकिन किसी बड़ी पार्टी ने अतीक को प्रत्याशी नहीं बनाया, जिसके बाद अतीक ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी अपना नामांकन नहीं किया।
वाराणसी से चुनाव लड़ने का ऐलान
सुप्रीम कोर्ट द्वारा अतीक को गुजरात जेल भेजे जाने की खबर आते ही अचानक से अतीक ने वाराणसी से चुनाव लड़ने का ऐलान किया और उनके नजदीकियों ने अतीक के नाम से नामांकन पत्र भी खरीद लिया। खबर आई की अतीक शिवपाल यादव की पार्टी से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन रविवार को अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने प्रेस कांफ्रेंस कर सभी सस्पेंस को खत्म किया और बताया कि अतीक निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।