इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्र नेता की गोली मारकर हत्या, छावनी में तब्दील कैंपस
Prayagraj news, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में स्थित इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एक और छात्र नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हत्या के बाद यूनिवर्सिटी का माहौल फिर से खराब हो गया है और कैंपस समेत छात्रावासों में हालात बेहद ही तनावपूर्ण हैं। घटना इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पीसी बनर्जी छात्रावास के गेट पर हुई है। घटना भोर में लगभग तीन बजे के आसपास हुई है है। घटना का कारण छात्र गुटों में वर्चस्व बताया जा रहा है। इस घटना के बाद छात्र नेता के दोस्तों व समर्थकों ने हॉस्टल समेत विश्वविद्यालय में हंगामा शुरू कर दिया है, जिससे माहौल पूरी तरह से बिगड़ गया है।
छावनी में तब्लील यूनिवर्सिटी कैंपस
पुलिस के अनुसार, हत्या का आरोप यूनिवर्सिटी के ही छात्र आदर्श त्रिपाठी, विश्वकर्मा और अभिषेक यादव पर है। घटना के बाद तीनों आरोपी छात्र फरार हैं। वहीं, घटना के बाद से पूरे यूनिवर्सिटी परिक्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी कैंपस व सभी हॉस्टल के बाहर पूरे जिले की फोर्स बुला ली गई है। साथ ही आरएएफ भी पहुंच गई है।
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बिगड़ सकते हैं हालात
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र नेता रोहित शुक्ला का घर प्रयागराज जिले के यमुना पार इलाके में है। यहां एक छोटा सा गांव लोहगरा पड़ता है। वहां से शहर में पढ़ाई करने के लिए रोहित कुछ साल पहले आया हुआ था। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पीसी बनर्जी छात्रावास में रहने वाले रोहित की हत्या क्यों की गई अभी इसका स्पष्ट कारण नहीं पता चल सका है, लेकिन छात्र गुटों में वर्चस्व को लेकर वारदात को अंजाम दिए जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है। बताया यह भी जा रहा है कि रोहित इन दिनों ठेकेदारी का भी काम कर रहा था और प्रतिद्वंद्विता में भी गहमागहमी हुई थी। फिलहाल, यूनिवर्सिटी में एक बार फिर से हालात बिगड़ सकते हैं और एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी में प्रक्रिया शुरू होने से पहले यह बवाल अब प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा।
पिछले साल अच्युतानंद की हुई थी हत्या
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के चर्चित छात्र नेता अच्युतानंद उर्फ सुमित शुक्ला की पिछले साल गोली मारकर हत्या हुई थी। उस वक्त भी पीसी बनर्जी छात्रावास के कॉमन हॉल में गोली कांड अंजाम दिया गया था। अभी एक हफ्ता पहले ही अच्युतानंद हत्याकांड में दूसरे आरोपी भी पकड़े गए थे, लेकिन अब एक और नया मामला यूनिवर्सिटी की गरिमा को दागदार करता हुआ सामने आ चुका है। फिलहाल, पुलिस को अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। घटना की सूचना पर परिजन भी मौके पर पहुंच चुके हैं। घटनास्थल पर जांच के लिए पुलिस कप्तान समेत पूरे जिले के आला अधिकारी और प्रशासनिक अफसर भी मौजूद हैं। कहीं पर माहौल खराब ना हो या स्थिति बिगड़ ना जाए इसके लिए फोर्स तैनात की गई है।
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