इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में फर्स्ट ईयर स्टूडेंट्स के साथ रैगिंग, 7 आरोपी निलंबित
प्रयागराज। इलाहाबाद केंद्रीय यूनिवर्सिटी के सर सुंदर लाल हॉस्टल में स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ रैगिंग का मामला सामने आया है। शिकायत मिलते ही यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है और आरोपित 7 स्टूडेंट्स को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने निलंबित छात्रों को कारण बताओं नोटिस जारी करते हुये जवाब मांगा है कि क्यों न उनका यूनिवर्सिटी से निष्कासन कर दिया जाये? प्रशासन ने छात्रों को तत्काल हास्टल खाली करने के लिये चेतावनी भी दी है और कहा है कि अगर वह कमरा खाली नहीं करते तो उनके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी।
इस पूरे प्रकरण के इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में हड़कंप है और छात्रसंघ खत्म किये जाने के बाद यह पहला बड़ा प्रकरण है, जिससे पूरे कैंपस में अब नयी परिस्थितियां लागू होती नजर आ रही हैं। दरअसल, अभी तक रैंगिग जैसे मामले नेताओं के दबाव में प्रशासन तक नहीं पहुंच पाते थे और यह क्रम हमेशा चलता रहता था। लेकिन शैक्षणिक माहौल को सुधारने में जुटे इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब माहौल को सुव्यवस्थित करने के लिये ठोस कदम उठाने शुरू कर दिये हैं।
ये
हुए
निलंबित
विश्वविद्यालय
में
रैंगिग
करने
के
आरोप
में
8
स्टूडेंट
की
शिकायत
की
गयी।
जिसमें
7
आरोपियों
की
पहचान
हुई,
लेकिन
अभी
तक
आठवें
आरोपी
स्टूडेंट
की
पहचान
नहीं
हो
पाई
है।
पहचान
में
आ
चुके
स्टूडेंट्स
पर
कार्रवाई
की
गयी
है।
जिन
स्टूडेंस्ट
को
निलंबित
किया
गया
है,
उसमें
सेकंड
इयर
के
स्टूडेंट
संजय
पाल
और
अश्विनी
यादव,
थर्ड
ईयर
के
स्टूडेंट
आनंद
कौशल
सिंह,
उत्तर
कुमार,
निलेश
अग्रहरि,
आदित्य
सिंह
और
विशाल
यादव
शामिल
हैं।
इसके
अलावा
अभी
इस
केस
में
आरोपी
आठवें
छात्र
की
पहचान
नहीं
हो
सकी
है।
इन
सभी
को
अब
13
अगस्त
को
कुलानुशासक
कार्यालय
में
उपस्थित
होना
है
साथ
ही
24
घंटे
के
अंदर
छात्रावास
भी
छोड़ना
है।
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