कुंभ: 7664 लोगों ने एक साथ पेटिंग कर बनाया विश्व रिकॉर्ड, सिओल के कीर्तिमान को प्रयागराज ने तोड़ा
Prayagraj News, प्रयागराज। प्रयागराज के कुंभ मेले के नाम एक और विश्व रिकार्ड दर्ज किया गया। 7664 लोगों द्वारा एक साथ पेटिंग कर कुंभ के नाम एक और विश्व रिकार्ड बनाया गया है। शुक्रवार सुबह 10 बजे से शुरू हुआ विश्व रिकार्ड बनाने का क्रम लगातार 8 घंटे चला और संख्या के आधार पर एक रिकार्ड गिनीज बुक में दर्ज किया जायेगा। इससे पहले यह रिकार्ड सियोल (साउथ कोरिया) के नाम था। वहां 4675 लोगों ने एक वाल पर पेंटिंग कर यह रिकॉर्ड बनाया था। जिसे आज प्रयागराज कुंभ मेला क्षेत्र में तोडकर रिकार्ड पर अपना नाम अंकित कराया गया है।
7664 लोगों ने एक साथ पेटिंग
बता दें कि यह लगातार दूसरे दिन की उपलब्धि है, जब कुंभ के नाम विश्व रिकार्ड बना है। बुधवार को एक साथ 500 से अधिक बसें चलाने का रिकॉर्ड कुंभ मेले के नाम दर्ज किया गया था। उसी क्रम में आज पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सुबह 10 बजे प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर-1 स्थित गंगा पंडाल में यह रिकार्ड बनाया गया। इस दौरान 7664 लोगों ने एक साथ हस्थ पेटिंग शुरू की है और हाथों की छाप से जय गंगे नाम की पेटिंग बनाई गयी। कार्यक्रम के दौरान गिनीज बुक के अधिकारी मौजूद रहे और उनकी मौजूदगी में यह उपलब्धि कुंभ मेला प्रयागराज के नाम दर्ज हुई। गिनीज बुक के अधिकारियों द्वारा रिकॉर्ड के बाबत प्रमाण पत्र प्रदान कर दिया गया है।
यह पहुंचे रिकॉर्ड बनाने
वॉल पेंटिंग के लिए एक साथ सर्वाधिक संख्या में पेंटिंग करने का रिकॉर्ड बनाने के लिए शुक्रवार को कुंभ मेला क्षेत्र में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। साधु संत, पैरामिलिट्री फोर्स के जवान, स्वच्छता कार्य में जुटे स्वच्छताग्राही, झुग्गी झोपड़ी के रहने वाले बच्चे, स्कूली छात्राएं और छात्र प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी व कर्मचारी, विदेशी पर्यटक समेत विभिन्न पेशे से जुड़े हुए लोगों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और अपने हाथों से वॉल पेंटिंग कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में सहयोग प्रदान किया।
प्रयागराज में दीवारों की बदल चुकी है रंगत
कुंभ मेले के आयोजन से पहले प्रयागराज शहर को जब सजाने संवारने का क्रम शुरू हुआ तो उसी कड़ी में यहां पेंट माई सिटी योजना शुरू की गई। जिसके अंतर्गत पूरे प्रयागराज शहर के चौराहों, पुलों, भवनों आदि को कलाकृतियों से सजाया गया है। इस अभियान में 6 हजार कलाकार लगे थे। उन्होंने प्रयागराज में 500000 स्क्वायर फीट पर पेंटिंग का कार्य किया है। शहर के हर छोर की दीवार पर प्रयागराज की प्राचीन संस्कृति की आभा पेंटिंग के तौर पर बिखेरी गई है।