261 अधिकारियों-कर्मचारियों ने मांगा वीआरएस, BSNL के कई दफ्तरों में जल्द लटक सकता है ताला
प्रयागराज। भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के कई ऑफिसों में जल्द ही ताला लटकता मिल सकता है। दरअसल, बीसएएनएल के 261 अधिकारियों और कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ने के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिए आवेदन किया है। वीआसएस के लिए आवेदन की प्रक्रिया अब भी जारी है। बता दें कि बीएसएनएल के कई दफ्तर तो ऐसे हैं, जहां पूरे के पूरे स्टाफ ने ही वीआरएस मांगा है। ऐसे में इन ऑफिसों में ताले लटकना तय माना जा रहा है। आपको बता दें कि सरकारी क्षेत्र की संचार कंपनी बीएसएनएल इस समय भारी घाटे में चल रही है। सरकार इस कंपनी को घाटे से उबारने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है और अब उसी दिशा में सीनियर अधिकारियों व कर्मचारियों की छंटनी से सुधार की पहल शुरू की गयी है।
बड़े
पैमाने
पर
छंटनी
विभागीय
आंकडे
के
अनुसार
बीएसएनएल
में
इस
समय
करीब
पौने
दो
लाख
कर्मचारी
कार्यरत
हैं
और
उनमें
एक
लाख
के
लगभग
सीनियर
हो
चुके
हैं।
जिन्हें
उच्च
वेतनमान
दिया
जाता
है।
बीएसएनएल
अपने
इन्हीं
सीनियर
कर्मियों
की
छटनी
कर
कंपनी
के
घाटे
को
कम
करने
जा
रही
है।
कंपनी
की
ओर
से
वीआरएस
के
लिए
आदेश
भी
जारी
हुआ
है,
जिसमें
वीआरएस
लेने
वाले
कर्मियों
को
42
महीने
का
वेतन
दिया
जायेगा।
इसी
कड़ी
में
प्रयागराज
बीएसएनएल
में
सिनियर
हो
चुके
313
अधिकारियों,
कर्मचारियों
में
से
261
ने
बीआरएस
मांगा
है
और
आवेदन
भी
कर
दिया
है।
जानकारी
देते
हुए
पीआरओ
एसबी
उपाध्याय
ने
बताया
कि
वित्त
विभाग
में
लेखाधिकारी
से
लेकर
परिचारक
तक
ने
वीआरएस
के
लिए
आवेदन
किया
है।
जबकि
कई
एक्सचेंज
में
तैनात
सभी
अधिकारियों-कर्मचारियों
ने
भी
बीआरएस
के
लिए
आवेदन
किया
है।
ऐसे
इन
दफ्तरों
को
बंद
करना
पड़
सकता
है।
इंटर
स्टेट
तबादले
का
डर
बीएसएनएल
की
नई
पॉलिसी
के
अनुसार
जो
भी
कर्मचारी
अधिकारी
सीनियर
हो
चुके
हैं,
उनका
अब
ट्रांसफर
दूसरे
राज्यों
में
किया
जायेगा।
यानी
इंटर
स्टेट
तबादला
होगा।
ऐसे
में
दशकों
से
एक
ही
शहर
में
जमे
और
गृहस्थी
बसा
चुके
कर्मचारियों
के
लिए
यह
डर
का
विषय
बन
गया
है।
ऐसे
में
वह
खुद
को
बचाने
के
लिए
बीएसएनएल
के
वीआरएस
आप्सन
को
चुनना
बेहतर
समझ
रहे
हैं
और
ताबड़तोड
आवेदन
कर
रहे
हैं।
हालांकि
प्रयागराज
में
बीएसएनएल
के
कुछ
ऐसे
भी
विभाग,
पटल
व
एक्सचेंज
आफिस
हैं,
जहां
तैनात
अफसर
से
लेकर
परिचारक
तक
सभी
ने
वीआरएस
के
लिए
आवेदन
किया
है,
यानी
वीआरएस
की
संस्तुतति
होते
ही
इन
स्थानों
पर
कोई
भी
अधिकृत
कर्मचारी
काम
करने
के
लिए
उपलब्ध
नहीं
होगा
और
यहां
ताला
लगाना
पड़ेगा।
3
दिसंबर
तक
का
दिया
गया
समय
बीएसएनएल
में
सीनियर
हो
चुके
लोगों
को
वीआरएस
के
लिए
3
दिसंबर
तक
का
मौका
दिया
गया
है।
तीन
दिसंबर
के
बाद
आवेदन
करने
वालों
को
कितना
भुगतान
किया
जायेगा,
इसका
आंकलन
शुरू
होगा
और
पौने
2
महीने
के
अंदर
पूरा
डाटा
तैयार
कर
विदाई
कार्यक्रम
शुरू
होगा।
अभी
जो
डेट
निर्धारित
की
गयी
है
वह
31
जनवरी
2020
है।
पीआरओ
एसबी
उपाध्याय
ने
बताया
कि
आगे
संचार
प्रणाली
का
संचालन
आउट
सोर्सिंग
से
होगी।
जिसकी
प्रक्रिया
इस
समय
शुरू
कर
दी
गयी
है।
फरवरी
से
उसका
आधिकारिक
क्रियान्वयन
शुरू
हो
जायेगा।
बीएसएनएल
की
सुविधाएं
बंद
नहीं
होगी,
वह
चालू
रहेगी।
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