JNU के पूर्व छात्र शरजील इमाम के खिलाफ एक और केस दर्ज, कई राज्यों की टीम तलाश में जुटी
अलीगढ़। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन पूरे देश में चल रहे है। इसी बीच जेएनयू के पूर्व छात्र शरजील इमाम ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में एक विवादित भाषण दिया। यह भाषण 16 जनवरी को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में दिया था। विवादित भाषण देने के बाद शरजील इमाम पर अलीगढ़ के सिविल लाइन थाने में देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है। एसएसपी ने बताया कि शरजील इमाम को गिरफ्तार करने के लिए अलीगढ़ से दिल्ली 2 टीमें भेजीं। वहीं, दिल्ली पुलिस ने भी शरजील इमाम के खिलाफ केस दर्ज किया है।
शरजील इमाम को गिरफ्तार करने के लिए भेज गई टीम
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अलीगढ़ एसएसपी आकाश कुलहरि ने कहा, 'शरजील इमाम को गिरफ्तार करने के लिए दो टीमें भेज दी गई हैं। हम दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।' साथ ही दावा किया है कि शरजील को जल्द ही उसके देशद्रोही बयानों के लिए गिरफ्तार किया जाएगा। बता दें कि जेएमयू के पूर्व छात्र शरजील इमाम पर दिल्ली, असम, पंजाब और बिहार पुलिस ने भी विवादित भाषण को लेकर मामला दर्ज किया है। वहीं, शनिवार को भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने जेएनयू के पूर्व छात्र शरजील इमाम का एक वीडियो शेयर किया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि यह देशविरोधी भाषण शरजील इमाम ने शाहीन बाग में दिया।
वीडियो शाहीन बाग का नहीं, एएमयू का है
अलीगढ़ एसएसपी ने इस वीडियो के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि शरजील इमाम ने 16 जनवरी को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान देश विरोधी भाषण दिया था। उसके वीडियो के आधार पर पुलिस ने देशद्रोह का केस दर्ज किया है और शरजील की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को भेजा गया है। संबित पात्रा ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा था- दोस्तो शाहीन बाग की असलियत देखें...इसके बाद यह वीडियो चर्चा में आया। संबित पात्रा ने बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस वीडियो को शाहीन बाग का बताते हुए इसे देश के खिलाफ साजिश बताया। अलीगढ़ एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को शाहीन बाग का बताया गया था लेकिन पुलिस जांच में पता चला कि यह वीडियो एएमयू का है।
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शरजील इमाम ने वीडियो में क्या कहा?
वायरल वीडियो क्लिप में शरजील इमाम का पूरा भाषण नहीं है। भाषण का सिर्फ एक हिस्सा है जिसे आप ऊपर सुन सकते हैं। भाषण में शरजील इमाम कह रहा है कि - वक्त यह है कि हम गैर मुस्लिमों को बोलें कि अगर हमारे साथ आना है तो हमारी शर्तों पर आएं, अगर वो हमारी शर्तों पर नहीं आ सकते तो हम उनको हमदर्द नहीं मानेंगे। दूसरी चीज यह है कि बिहार में कन्हैया की रैलियों में पांच लाख लोग जमा होते हैं। अगर इसी तरह पांच लाख लोग हमारे पास ऑर्गेनाइज्ड हों तो हम हिंदुस्तान और नॉर्थ ईस्ट को पर्मानेंटली कट कर सकते हैं। पर्मानेंटली नहीं तो एक दो महीने के लिए तो कट कर ही सकते हैं। असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है। असम और इंडिया कटकर अलग हो जाएं तभी ये हमारी बात सुनेंगे। असम में सीएए लागू हो चुका है। अगर हमें असम की मदद करनी है तो फौज के लिए वहां जाने का रास्ता बंद करना होगा और बंद कर सकते हैं क्योंकि चिकन नेक मुस्लिम बहुल इलाका है।
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दिल्ली पुलिस ने भी दर्ज किया केस
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र शरजील इमाम को विवादित भाषण देना महंगा पड़ गया। शरजील के खिलाफ अब दिल्ली पुलिस ने भड़काऊ भाषण देने और अन्य धाराओं में FIR दर्ज कर ली है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और असम में भी उसके खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है।