Dr. sukanya sharma DSP: खाकी के लिए छोड़ दी डॉक्टरी, अलीगढ़ की सुकन्या शर्मां बनीं डिप्टी एसपी
अलीगढ़, 03 नवंबर: मुरादाबाद के डॉ. बीआर आंबेडकर पुलिस अकादमी के मैदान में एक नवंबर की सुबह पासिंग आउट परेड के बाद यूपी पुलिस को 72 डिप्टी एसपी मिल गए। इनमें 19 महिला डिप्टी एसपी शामिल हैं। इन्हीं में से एक हैं डॉ. सुकन्या शर्मा, जो पासिंग आउट परेड में सर्वांग सर्वोत्तम चुनी गईं। सुकन्या शर्मा ने खाकी वर्दी पहनने के लिए डॉक्टरी छोड़ दी। समाज सेवा के जुनून ने उन्हें अकादमी तक पहुंचा दिया।

खादी के लिए छोड़ी डॉक्टरी
डॉ. सुकन्या शर्मा अलीगढ़ के रामबाग कालोनी की रहने वाली हैं। पिता आरकेएस रमन पेशे से वकील हैं। डॉ. सुकन्या की तीन बहन डॉ. एकता शर्मा, डॉ. अनसुइया शर्मा, अन्नपूर्णा शर्मा और एक भाई सूरज शर्मा हैं। सुकन्या बीएचएमएस की पढ़ाई करने के बाद होम्योपैथिक डॉक्टर बन गई थीं। लेकिन पुलिस विभाग में नौकरी कर समाज सेवा के जुनून ने उन्हें अकादमी पहुंचा दिया। डिप्टी एसपी के लिए चयन होने के बाद सुकन्या शर्मा ने डॉक्टरी छोड़ दी थी।

क्यों ज्वॉइन की पुलिस की नौकरी ?
सुकन्या ने बताया कि उनकी पहली पसंद पुलिस विभाग में नौकरी करने की थी। इस विभाग में रहकर पीड़ित लोगों की मदद की जा सकती है। डॉ. सुकन्या को आगरा में तैनाती मिली है। सुकन्या अपनी सफलता का श्रेय भगवान के साथ ही वह अपने माता-पिता को देती हैं। डॉ. बीआर अंबेडकर पुलिस अकादमी में परेड के दौरान कमांडर के रूप में सुकन्या कदमताल कर रही थीं। इस दौरान पूरा परिवार उन्हें देखकर और खड़े होकर तालियां बजा रहा था। पिता ने कहा कि यह क्षण उनके लिए गौरव का है। उनकी बेटी ने बड़ा सपना साकार किया है।

खाकी के लिए कई अधिकारियों ने त्यागी अधिकारिक व प्रशासनिक नौकरियां
बता दें, 1 नवंबर को पुलिस महकमें में जो डिप्टी एसपी बने हैं, उनमें शामिल कई अधिकारी ऐसे हैं जिन्होंने वर्दी पहनने के लिए अपनी कई अधिकारिक व प्रशासनिक नौकरियों को छोड़ दिया है। पुलिस अकादमी में खाकी वर्दी पहनने के बाद डिप्टी एसपी बने अधिकारियों का का उत्साह देखने लायक था। परेड समाप्त होते ही सभी डिप्टी एसपी ने एक-दूसरे को गले लगकर बधाई दी।
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