AMU में लगे शरजील इमाम के समर्थन में नारे, प्रशासन बोला- ऐसी नारेबाजी बर्दाश्त न होगी
अलीगढ़. देशद्रोह के आरोपी शरजील इमाम (जेएनयू का रिसर्च स्कॉलर) की गिरफ्तारी के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में कैंपस के अंदर कुछ छात्रों ने नारेबाजी की है। छात्रों ने शरजील इमाम के समर्थन में एकजुट होकर नारे लगाए। एक मार्च भी निकालने की कोशिश की। कुछ छात्रों की ऐसी हरकतों पर अलीगढ़ के एसएसपी आकाश कुलहरी ने कहा कि, आरोपियों को खोजा जा रहा है।'
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता ने कही ये बातें
वहीं, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रवक्ता राहत अबरार ने कहा कि, एएमयू प्रशासन मामले में जांचकर कार्रवाई करेगा। राहत अबरार ने यह भी कहा कि, कुछ लोग कैंपस के अंदर शरजील इमाम के समर्थन में एकत्रित हुए थे। नारेबाजी भी हुई, लेकिन हम ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे कहां से जुटे।
'ऐसी नारेबाजी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी'
अबरार ने कहा कि, भड़काऊ भाषण देने वाले शरजील इमाम पर देशद्रोह के आरोप हैं। उसके समर्थन में नारेबाजी करने वालों के खिलाफ हम कठोर कार्यवाई करेंगे। ऐसे लोग यदि वह बाहरी हैं तो हम जिला प्रशासन से मांग करेंगे कि वह उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही करें। देशद्रोही के समर्थन में नारेबाजी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और हम इसकी भर्त्सना करते हैं।
शरजील ने कहा था- ‘सेना के लिए असम का रास्ता रोकें'
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शरजील इमाम ने 16 जनवरी को एएमयू में सभा की थी। इस दौरान कहा था- ‘‘क्या आप जानते हैं कि असमिया मुसलमानों के साथ क्या हो रहा है? एनआरसी पहले से ही वहां लागू है, उन्हें हिरासत में रखा गया है। आगे चलकर हमें यह भी पता चल सकता है कि 6-7 महीने में सभी बंगालियों को मार दिया गया। हिंदू हों या मुस्लिम। अगर हम असम की मदद करना चाहते हैं, तो हमें भारतीय सेना और अन्य आपूर्ति के लिए असम का रास्ता रोकना होगा।''
‘हम भारत से पूर्वोत्तर को अलग कर सकते हैं'
शरजील
ने
आगे
कहा
था,
‘‘चिकन
नेक
मुसलमानों
का
है।
अगर
हम
सभी
एक
साथ
आते
हैं,
तो
हम
भारत
से
पूर्वोत्तर
को
अलग
कर
सकते
हैं।
यदि
हम
इसे
स्थायी
रूप
से
नहीं
कर
सकते,
तो
कम
से
कम
1-2
महीने
के
लिए
हम
ऐसा
कर
सकते
हैं।
यह
हमारी
जिम्मेदारी
है
कि
भारत
से
असम
को
काट
दें।
जब
ऐसा
होगा,
उसके
बाद
ही
सरकार
हमारी
बात
सुनेगी।''
बता
दें
कि,
चिकन
नेक
22
किमी
का
हाईवे
है,
जो
पूर्वोत्तर
राज्यों
को
देश
के
अन्य
हिस्सों
से
जोड़ता
है।