कुख्यात अपराधी को पकड़ने के लिए लेडी 'सिंघम' बनीं इंस्पेक्टर अरुणा राय, पिस्टल लेकर यूं दौड़ाया
अलीगढ़। यूपी के अलीगढ़ में गुरुवार को फिल्मों जैसा नजारा देखने को मिला। 'सिंघम' की तरह महिला इंस्पेक्टर अरुणा राय बन्नादेवी क्षेत्र में जीटी रोड पर गन लेकर दौड़ती नजर आईं। दरअसल, चेकिंग के दौरान उन्होंने एक संदिग्ध कार को रोका तो उसने पुलिस कर्मियों पर कार चढ़ा दी। इससे एक कॉन्स्टेबल घायल हो गया। पुलिस ने पीछा किया तो एक के बाद एक छह राहगीरों को भी टक्कर मार दी। इसके बाद लेडी इंस्पेक्टर अरुणा राय ने फिल्मी अंदाज में उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। पकड़ा गया कुख्यात बदमाश बलिया उर्फ वीरेंद्र है।
संदिग्ध देख रोका तो पुलिस पर चढ़ा दी कार
गुरुवार की दोपहर इंस्पेक्टर अरुणा राय, एसआई पवन कुमार और कॉस्टेबल गौरव के साथ थाने से निकलीं। इसी दौरान उन्हें सफेद रंग की सेंट्रो कार दिखी, संदिग्ध नजर आने पर पुलिस ने उसे रुकने का इशारा दिया। उसने पुलिस और राहगीरों को टक्कर मारते हुए कार भगा ली। कुछ दूर भागने के बाद जाम लगा देख कार छोड़कर अंदर बैठा कुख्यात बदमाश बलिया उर्फ वीरेंद्र भागने लगा। तभी जीप रुकवाकर इंस्पेक्टर अरुणा राय ने पिस्टल लेकर उसे दौड़ा लिया।
इंस्पेक्टर पर तान दी पिस्टल
इंस्पेक्टर ने पिस्टल बलिया का पीछा किया और उसे कई बार रुकने की चेतावनी दी, लेकिन वह नहीं रुका। कुछ दूर जाकर बलिया रुक गया, इंस्पेक्टर अरुणा पिस्टल लिए ठीक पीछे खड़ी थीं। बलिया ने इंस्पेक्टर पर पिस्टल तान दी, लेकिन कांस्टेबल गौरव ने हाथ मारकर पिस्टल छीन ली। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कुख्यात अपराधी है बलिया
एसएसपी आकाश कुल्हरि ने बताया कि बलिया कुख्यात अपराधी है। खैर थाने से हिस्ट्रीशीटर है। इस पर मुकदमे दर्ज हैं। इंस्पेक्टर और उनकी टीम ने बहादुरी के साथ उसे धर दबोचा। मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। बता दें, 2014 में कुख्यात बलिया का नाम बम कांड में सामने आया था। इस हमले में बलिया नामजद था। 2015 में बलिया समेत पांच के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई हुई थी। 2012 में प्रशासन ने इसे जिला बदर किया था।
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