अपने स्कूल के सालाना जलसे में अजमेर पहुंचे नसीरुद्दीन शाह का भाजपा ने किया विरोध, वापस लौटे
अपने स्कूल के सालाना जलसे में अजमेर पहुंचे नसीरुद्दीन शाह का विरोध, वापस लौटे
अजमेर। अपने स्कूल के सालाना जलसे में शिरकत करने अजमेर पहुंचे अभिनेता नसीरुद्दीन शाह का वहां भाजपा के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने उनके पोस्टर जलाए और नारेबाजी की। भाजपा कार्यकर्ताओं का विरोध शाह के उस बयान को लेकर है जिसमें उन्होंने कहा है कि देश में भीड़ की हिंसा जिस तरह से बढ़ रही है, उससे उन्हें अपने बच्चों के भविष्य को लेकर फिक्र होती है।
अजमेर के इसी स्कूल से पढ़ें है नसीर
शुक्रवार को शाह शुक्रवार को अजमेर में सेंट एंसलम्स स्कूल के सालाना जलसे में पहुंचे। नसीरुद्दीन शाह ने यहीं से पढ़ाई की है। शाह के यहां होने की खबर पर भाजपा कार्यकर्ता इकट्ठा हो गए और हंगामा करना शुरू कर दिया। अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल के बैनर में शाह की फोटो को भी उन्होंने फाड़ दिया। जिस पर शाह ने लिटरेचर फेस्टिवल में जाने से इंकार कर दिया और अजमेर से लौट आए। उन्हें लिटफेस्ट का उद्घाटन करना था।
नसीर ने जताई थी देश के हालात पर चिंता
नसीरुद्दीन शाह ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि कई जगहों पर एक गाय की मौत को एक पुलिस अधिकारी की हत्या से ज्यादा तवज्जो दी गई। जहर फैलाया जा चुका है और अब इसे रोक पाना मुश्किल होगा। इस जिन्न को वापस बोतल में बंद करना मुश्किल होगा। कानून को अपने हाथों में ले रहे हैं, उन्हें खुली छूट दे दे गई है। आज बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता होती है। नसीरुद्दीन शाह ने 'कारवां-ए-मोहब्बत इंडिया' को ये इंटरव्यू दिया है जो सोमवार को यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया गया।
नसीरुद्दीन शाह के बयान के बचाव में सामने आईं दो बोल्ड अभिनेत्रियां
मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा कि गद्दार कहा जाए
शाह के बयान को कई दक्षिणपंथी संगठनों ने बिल्किल गलत और देश का अपमान करने वाला कहा है। कुछ लोगों ने उनके लिए 'गद्दार' जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल किया है। विरोध पर शाह ने कहा है कि मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा कि मुझे गद्दार कहा जाए। जो कुछ कहा वो एक चिंतित भारतीय के तौर पर कहा। ऐसा मैंने क्या कह दिया कि मुझे गद्दार कहा जा रहा है।
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