इंडियन आर्मी की RCL जीप ही भारी पड़ गई थी PAK के 45 टैंकों पर, अब मेयो कॉलेज का बढ़ाएगी गौरव
अजमेर। राजस्थान के अजमेर के मेयो कॉलेज में सेना की ओर से बुधवार को लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। इसमें भारत-पाक के बीच वर्ष 1971 के युद्ध में प्रमुख भूमिका निभाने वाली आरसीएल जीप मेयो कॉलेज को प्रदान की गई। लोकार्पण सेना के दक्षिण पश्चिम कमांड के कमांडिग ऑफिसर लेफ्टिनेंट जरनल चेरिश मैथ्सन ने किया।
लेफ्टिनेंट जनरल मैथ्सन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राजस्थान का नाम इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में वर्ष 1971 के युद्ध में ही लिख दिया गया था जब लौंगेवाला क्षेत्र में पाकिस्तान द्वारा मध्यरात्रि को हमला कर दिया गया था। लेकिन 23वीं बटालियन ने मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी के नेतृत्व में हमले का कड़ा जवाब दिया और इसी आरसीएल जीप की बदौलत दुश्मनों के कई टैंकों को ध्वस्त कर दिया।
पाकिस्तान की सेना कुल 45 टैंकों के साथ युद्ध करने आई थी। लेकिन मुंह की खाकर वापस लौट गई। उन्होंने कहा कि इसके बाद से पाकिस्तान की टीम कभी भी आमने-सामने की लड़ाई नहीं लड़ना चाहती। अब भी केवल बातें करते हैं लड़ाई की लेकिन वह सामना नहीं करना चाहते।
उन्होंने खुला चैलेंज किया कि यदि पाकिस्तान युद्ध चाहता है तो मैदान में आ जाए। भारतीय सेना पूरी तरह तैयार है। एक सवाल के जवाब में मैथ्सन ने कहा कि राजस्थान में ही जनरल जगत सिंह जैसे वीर यौद्धा हुए।
उनकी वीरगाथा राजस्थान के बच्चों की किताबों में आए। इसके लिए राजस्थान सरकार से निवेदन किया गया है। संभवतया जल्द ही इसे पाठयक्रम में शामिल किया जाएगा। आपको बता दें कि देश के जाने माने मेयो कॉलेज को नौसेना का सी हैरियर एयरक्राफ्ट, आईएनएस विक्रांत और सेना की तोप लगा वाहन भी प्रदान किया जा चुका है। इस समारोह में सेना के अधिकारियों के साथ ही स्कूल स्टॉफ व बच्चे भी मौजूद रहे।