अहमदाबाद के 900 क्लीनिक-अस्पतालों में फायर NOC ही नहीं, अग्निकांड हो जाए तो कौन कसूरवार होगा
अहमदाबाद। पिछले दिनों गुजरात में अहमदाबाद के नवरंगपुरा इलाके में स्थित श्रेय अस्पताल में आग लग गई थी, जिससे 8 कोरोना मरीजों की मौत हो गई थी। इस मामले को लेकर दायर जनहित याचिका में गुजरात हाईकोर्ट के समक्ष अब अहमदाबाद महानगर पालिका की ओर से फायर एंड आपातकालीन सेवा (एएफईएस) ने चौंकाने वाला खुलासा किया है।
फायर एंड आपातकालीन सेवा (एएफईएस) के मुख्य अग्निशमन अधिकारी एम.एफ. दस्तूर ने बताया कि, अहमदाबाद शहर में करीब 2200 अस्पताल व क्लीनिक हैं। जिनमें 1300 अस्पतालों व क्लीनिक के पास फायर अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) है लेकिन 900 अस्पतालों-क्लीनिकों में आज भी फायर एनओसी नहीं हैं। उनमें श्रेय अस्पताल की फायर एनओसी अप्रेल महीने में ही पूरी हो गई थी।
एम.एफ. दस्तूर द्वारा बुधवार को पेश किए गए शपथपत्र के इस खुलासे से सवाल उठने लगे हैं। आखिर, इतनी बड़ी संख्या में अस्पतालों व क्लीनिक बिना फायर अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के क्यों चलने दिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, शपथपत्र से यह और नपता चला है कि, फिलहाल फायर सेफ्टी के मुद्दे को लेकर इमारतों के खिलाफ कार्यवाही टाली जाती रही है।
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अहमदाबाद महानगर पालिका की ओर से सफाई में कहा गया कि, सभी अस्पतालों-क्लीनिक को उचित फायर एनओसी लेने की बात कही जाएगी। अहमदाबाद महानगरपालिका की ओर से इसके अलावा अन्य सभी इमारतों को भी एनओसी को लेकर नोटिस भेजा जाएगा।