वाघेला बोले- शराबबंदी पर सोचे सरकार, लोग घटिया पैग पीकर मर रहे हैं, राजस्व भी नहीं आ रहा VIDEO
अहमदाबाद। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राकांपा के प्रदेशाध्यक्ष शंकर सिंह वाघेला ने राज्य सरकार को शराबबंदी पर पुनर्विचार करने की सलाह दी है। वाघेला ने सोमवार को कहा- ''शराब बैन पर सरकार सोचे, लोग घटिया शराब पीने को मजबूर हैं। इससे जान जा रही हैं, और सरकार भी अपना हजारों करोड़ का राजस्व गंवा रही है। बेहतर यही होगा कि, यह ढोंग छोड़कर शराब बिक्री की व्यवहारिक नीति बनाई जाए।'
वाघेला ने लॉकडाउन के दौरान राज्य में कई जगहों पर शराब तस्करी एवं अवैध शराब बिक्री की घटनाओं पर बोलते हुए सीधे मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सरकार को निशाने पर लिया। कहा कि सरकार को अब शराबबंदी का ढोंग बंद कर देना चाहिए। सरकार को इससे हजारों करोड़ रुपयों का राजस्व का घाटा हो रहा है और लोग अंडर द टेबल शराबबंदी के नाम पर मोटी रकम कमा रहे हैं।' वाघेला ने आरोप लगाया कि, गुजरात में बड़ी संख्या में बुटलेगर व शराब की अवैध हेराफेरी करने वालों का गिरोह काम कर रहा है, जो असामाजिक तत्वों का एक गठजोड़ है। वाघेला बोले- 'यह चिंताजनक है कि हमारे युवा घटिया-देशी शराब पीकर मर रहे हैं।'
देश
के
इन
राज्यों
में
शराब
बिक्री
की
छूट
गुजरात
बिहार
जैसे
राज्यों
में
शराबबंदी
लागू
है।
हालांकि,
राजस्थान,
मध्य
प्रदेश,
महाराष्ट्र
व
दमन
और
दीव
में
शराब
बिक्री
की
छूट
है।
इस
पर
वाघेला
के
तर्क
हैं
कि,
गुजरात
के
लोग
बड़ी
संख्या
में
आबू,
मुंबई,
दमन
और
दीव
व
सीमावर्ती
इलाकों
में
जाकर
शराब
पीते
हैं।
ऐसे
परेशानी
उठाने
के
बजाए,
उन्हें
यहीं
शराब
खरीदने
की
सुविधा
होनी
चाहिए।
नोटों से कोरोना फैलने का खतरा न हो इसलिए होम डिलीवरी को कैशलेस बनाया, डिजिटल पेमेंट करना होगा