गुजरात के साबरमती आश्रम के बाहर भी शुरू हुआ CAA का विरोध, हार्दिक पटेल ने कहीं ये बातें
अहमदाबाद. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर देश के कई इलाकों में प्रदर्शन जारी हैं। गुजरात में भी कई स्थानों पर सीएए के विरोध में आवाज उठ रही है। यहां साबरमती आश्रम के बाहर लगभग पचास प्रदर्शनकारियों ने तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। जिनमें कांग्रेस के करीबी दलित नेता जिग्नेश मेवाणी शामिल थे। ट्वीट कर मेवाणी ने कहा कि संशोधित (नागरिकता) कानून और एनआरसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की मुस्लिमों को 'नव-अछूत' बनाने की योजना का हिस्सा है।'
मेवाणी
और
देसाई
ने
भेदभाव
करने
का
आरोप
लगाया
एक
अन्य
प्रदर्शनकारी
देव
देसाई
ने
कहा
कि
सीएए
और
एनआरसी
विभाजनकारी
और
भेदभाव
करने
वाले
प्रावधान
हैं।
सूरत
में
'वर्सटाइल
माइनॉरिटी
फोरम'
द्वारा
आयोजित
विरोध
जुलूस
में
भी
कई
सामाजिक
कार्यकर्ताओं
ने
हिस्सा
लिया
और
कलक्टर
धवल
पटेल
को
ज्ञापन
सौंपा।
वहीं,
नागरिकता
संशोधन
कानून
और
राष्ट्रीय
नागरिक
पंजी
(एनआरसी)
के
खिलाफ
कुछ
लोगों
ने
दीवारों
पर
आपत्तिजनकर
चित्र
बनाए,
ऐसे
4
युवकों
ने
पुलिस
ने
हिरासत
में
लिया
है।
हार्दिक
पटेल
ने
कहीं
ये
बातें
वहीं,
कांग्रेस
नेता
हार्दिक
पटेल
ने
ट्विटर
पर
कहा
कि
मुझे
लगता
है,
थोड़ा
वक़्त
लग
जाएगा।
कुछ
लोगों
को
यह
बात
समझने
में
कि
यह
हिन्दोस्तान
किसी
के
बाप
का
नहीं
हैं।
हार्दिक
ने
राहत
इन्दौरी
साहब
साहब
की
पंक्तियां
पोस्ट
कीं।
लिखा-
सभी
का
ख़ून
है
शामिल
यहाँ
की
मिट्टी
में,
किसी
के
बाप
का
हिन्दोस्तान
थोड़ी
हैं।'