गुजरात: मां उमिया का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव शुरू, यहां होगा सबसे ऊंचे मंदिर का शिलान्यास, PICS
अहमदाबाद. गुजरात में हिम्मतनगर शहर के उमियावाडी में मां उमिया का तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव शुरू हो चुका है। पहले दिन साबरकांठा और अरावल्ली जिले के सभी जातियों के भक्तों ने यज्ञ के दर्शन किए और प्रसाद ग्रहण किया। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का यह आयोजन उमियावाडी में उमिया माता के भव्य मंदिर के निर्माण के दरम्यान किया आयोजित जा रहा है। इस महोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं।
यहां बनेगा मां उमिया का सबसे ऊंचा मंदिर
अहमदाबाद के एसजी हाईवे पर जसपुर में 100 बीघा जमीन पर देवी उमिया का विशाल मंदिर बनेगा। कड़वा पाटीदरों के विश्व उमिया फाउंडेशन ने दावा किया है कि, यह दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर होगा। आगामी 28-29 फरवरी को इस मंदिर का शिलान्यास किया जाएगा। शिलान्यास-समारोह में लगभग 2 लाख भक्त पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल भी शामिल होंगे।
मंदिर में ही 3000 वृक्षों का रोपण किया जाएगा
सरदार पटेल रिंग रोड पर वैष्णो देवी सर्कल के पास बनने वाले इस मंदिर का डिजाइन जर्मन वास्तुकार गेरहार्ड रीचर्ट और भाविक दंडनायक द्वारा पेश किया गया है। इस मंदिर के पास ही विश्व उमिया फाउंडेशन एवं सरकार के संयुक्त सहयोग से दुनिया का दूसरे नम्बर का ट्री म्यूजियम भी बनाया जाएगा, जिसमें लुप्त होने वाले 3000 वृक्षों का रोपण किया जाएगा।
451 फीट होगी मंदिर की ऊंचाई
पत्रकारों से बातचीत करते हुए, फाउंडेशन के अध्यक्ष आरपी पटेल ने कहा, "मंदिर की ऊंचाई 451 फीट होगी, जिसमें 431 फीट इमारत का आकार और फिर उसके ऊपर 20 फीट ध्वज होगा, जो इसे दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर बना देगा। यहां एक स्किल एंड करियर डवलप्मेंट यूनिवर्सिटी, मेडिकल एवं स्पोर्ट्स फैसेलिटी, जॉब प्लेसमेंट सेल और अन्य सुविधाएं होंगी।"
1 हजार करोड़ लागत आने की संभावना
पटेल ने आगे कहा, "मंदिर के लिए फाउंडेशन के पास 375 करोड़ रुपये हैं, जिनके 29 फरवरी तक 500 करोड़ रुपये तक होने की उम्मीद है। उस दिन इस मंदिर की नींव (आधारशिला) रखी जाएगी।" वहीं, बनने वाले मंदिर की ऊंचाई देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि, लागत 1 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है।
शिलान्यास में संत-महंत और पाटीदार नेता आएंगे
विश्व उमिया फाउंडेशन द्वारा बनाए जाने वाले मंदिर के शिलान्यास समारोह में संत, महंत के अलावा पाटीदार समाज के नेता शामिल होंगे। साथ ही जगतगुरु रामनंदाचार्य, स्वामी रामभद्राचार्यजी, अविचल दास जी, जगतगुरु शंकराचार्य विजेंद्र सरस्वती, दिलीप दास जी महाराज, विश्वंभर भारती महाराज को भी आमंत्रित किया गया है।
ऐसा होगा इस मंदिर का गर्भगृह
फाउंडेशन के अध्यक्ष आरपी पटेल के मुताबिक, इस समारोह में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल भी शामिल होंगे। यहां दो दिनों में दो लाख भक्त आएंगे। मंदिर का गर्भगृह पूरी तरह से भारतीय शास्त्रों के अनुसार, निर्धारित किया गया है।
5000 से ज्यादा स्वयंसेवक दे रहे योगदान
बकौल आरपी पटेल, "हमारे इस अभूतपूर्व समारोह के लिए करीब 50 कमेटियां बनाई गई हैं। जिसमें 5000 से ज्यादा स्वयंसेवक योगदान दे रहे हैं। मंदिर ट्रस्ट द्वारा सरकार के सहयोग से विश्व का दूसरे नम्बर का ट्री म्युजियम भी यहां बनाया जाएगा।
28 फरवरी, यानी पहले दिन के कार्यक्रम की रूपरेखा
मंदिर का शिलान्यास समारोह 28-29 फरवरी को है। पहले दिन सुबह 8 से 12 बजे तक अयुत आहुति महायज्ञ और जगत जननी मां उमिया, गणपति और बटुक भैरव की चल प्राणप्रतिष्ठा होगी।
108 कलश का स्वागत और पूजन किया जाएगा
28 फरवरी, दोपहर दो बजे 11 हजार बहनों की जवारा शोभायात्रा के साथ मां गंगा के पवित्र जल से भरे 108 कलश का स्वागत और पूजन किया जाएगा। फिर, शाम चार बजे दाताओं के अभिवादन समारोह का भी आयोजन किया गया है।
29 फरवरी 2020 के कार्यक्रम की रूपरेखा
इस दिन सुबह 8 बजे मुख्य कूर्म शिला समेत 9 शिलाओं का दाताओं द्वारा पूजन किया जाएगा। शाम 4 बजे मुख्य कार्यक्रम शिलान्यास समारोह में परम पूज्य महंत स्वामी महाराज और श्री श्री रविशंकर संबोधन देंगे। समारोह में पूरे देश से 21 संत, महंत, महामंडलेश्वर और कथाकार मौजूद रहेंगे।