कोरोना वायरस के संक्रमण से क्यों हुई अहमदाबाद में ज्यादा मौतें, सर्वे में हुआ खुलासा
अहमदाबाद के लोगों में कम है हार्ड इम्यूनिटी, कोरोना ने यहां इसलिए ज्यादा जकड़े लोग
अहमदाबाद। गुजरात का सबसे बड़ा शहर अहमदाबाद कोरोना-महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। यहां मृत्यदर भी भारत के अन्य शहरों के मुकाबले ज्यादा रही है। इसके पीछे की वजह जानने की अहमदाबाद महानगर पालिका लगातार कोशिश कर रही थी। अब उसके एक सर्वे में यह स्पष्ट हुआ है कि यहां लोगों में हर्ड इम्यूनिटी (शरीर में छिपी हुई रोग प्रतिरोधक क्षमता) नहीं है। ऐसे में लोगों का बचाव सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क एवं सैनेटाइजिंग से ही ज्यादा हो रहा है।
यहां लोगों में हर्ड इम्यूनिटी की कमी
अहमदाबाद महानगर पालिका के सर्वे के मुताबिक, 7 जोन के 75 अर्बन हेल्थ सेंटर पर करीब 30 हजार लोगों के सेंपल में केवल 17.50 प्रतिशत लोगों में कोरोना पेथॉजन की पॉजिटिविटी मिली। जबकि, इस तरह की छूत की बीमारी में यह पॉजिटिविटी 70 से 80 फीसदी होना जरूरी है। महानगर के 7 जोन के 75 अर्बन हेल्थ सेंटर पर हुए सर्वे से यह सामने आया है कि, यहां लोगों में हर्ड इम्यूनिटी की कमी है।
Recommended Video
यह रहा सर्वे का निष्कर्ष
एक अधिकारी ने बताया कि, अहमदाबाद महानगर पालिका ने 16 जून से 11 जुलाई के बीच हर्ड इम्यूनिटी के संदर्भ में सर्वे कराया गया था। जिसके निष्कर्ष निकले कि, रोग प्रतिरोधक क्षमता अहमदाबादियों में कम है। एक चौंकाने वाली बात भी सामने आई, वो यह कि यहां अधिक उम्र के लोगों में इम्यूनिटी अधिक पाई गई है, जबकि उम्र घटने के साथ इम्यूनिटी भी कम पायी गई है। मसलन 0 स 9 वर्ष की उम्र वालों की इम्यूनिटी 17.35 फीसदी, 10 से 19 की उम्र में इम्यूनिटी 15.88 पाई गई। जबकि 40 से 49 में 19.89 तथा 90 से 100 में 22.22 फीसदी इम्यूनिटी पाई गई। हालांकि, 60 से 80 की उम्र वालों की इम्यूनिटी 18.21 से 19.28 है।
अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा बेहतर किया
गुजरात सरकार के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी एवं अहमदाबाद महानगर पालिका के अधिकारी राजीव गुप्ता ने कहा, ''हमारे यहां जो स्टडी कराई गई, यह हर्ड इम्यूनिटी की दुनिया में सबसे ताजा व व्यापक स्टडी थी। राजीव ने इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च से चर्चा में कहा कि, हमसे पहले स्पेन, स्विटजरलैंड और अमेरिका में भी सर्वे किये गये, लेकिन उनका सैंपल साइज छोटा एवं पुराना हो गया है।