देश की पहली सी-प्लेन सेवा एक महीना भी नहीं चल पाई, विमान वापस मालदीव भेजा गया
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों लॉन्च कराई गई देश की पहली सी-प्लेन सेवा महीनेभर भी ठीक नहीं चल पाई। यहां सी-प्लेन अहमदाबाद-केवडिया के बीच 31 अक्टूबर से चल रहे थे। मगर, वह नियमित सफर नहीं करा पाए। जो प्लेन मालदीव से खरीदा गया था, वो 50 साल पुराना था। बीते 28 दिनों में तीसरी बार उसकी सर्विस बंद हुई। इसलिए मेंटेनेंस के लिए प्लेन को शनिवार यानी आज के दिन ही मालदीव भेजा गया है। इस बारे में सी-प्लेन ऑपरेट करने वाली कंपनी स्पाइसजेट के ऑफिसर ने कहा कि, सी-प्लेन को मेंटेनेंस के लिए मालदीव पहुंचाया गया है। वहां से ठीक होकर वापसी में कुछ दिन लग सकते हैं।
28 दिन में तीन बार रुकी सेवा
बता दिया जाए कि, यह सर्विस इससे पहले भी 2 बार बंद की गई थी। बीते 1 नवंबर से आमजन टिकट खरीदकर खास तरह के प्लेन से उड़ान भरना शुरू किए थे। यह सेवा शुरू होते ही प्लेन 2 दिनों के लिए फुल हो गए थे। मगर, शुरुआत के दो दिन बाद ही इस सेवा को बीच में रोकना पड़ गया। वहीं, इसे ऑपरेट करने वाली एयरलाइंस स्पाइसजेट दावा करती रही कि, प्लेन बढ़िया हालत में है। स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा था कि जो सी-प्लेन वो लाए हैं, वो सबसे सुरक्षित एयरक्राफ्ट में से एक है। इसकी रेग्युलर सर्विस हुई है। इस सी-प्लेन की उड़ानें अहमदाबाद की साबरमती रिवरफ्रंट से केवडिया तक भरी जा रही थीं। लेकिन एक महीने के भीतर ही यह प्लेन कई बार डगमगाए। कई दिन सेवा रोक दी गई।
प्लेन की कैपेसिटी कुल 19 पैसेंजर की
सी-प्लेन सर्विस रोके जाने पर लोगों के बीच कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, पहले के तीन दिनों में महज 80 यात्रियों ने सी-प्लेन का लुत्फ उठाया था। फिर आगामी दिनों में यात्रियों की संख्या बढ़ने पर सी-प्लेन सेवा जारी रखने की संभावना जताई जाने लगी। लेकिन कुछ दिन बाद फिर से प्लेन में खराबी आ गई। बता दें कि, यहां उड़ानों के लिए 15 सीटर ट्विन ओटर-300 विमान का इस्तेमाल किया जा रहा था। जो कि, पहले भी कई देशों में सेवा दे चुका है। इस प्लेन की कैपेसिटी कुल 19 पैसेंजर की बताई जा रही है।
कितने रुपए खर्च करने पड़ते हैं इसके लिए?
गौरतलब है कि, स्पाइसजेट ने सी-प्लेन का पूरा सफर कराने के लिए प्रति व्यक्ति 3 हजार रुपए किराया मांगा। अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट से केवडिया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक १ नवंबर से इस प्रकार के विमान रोजाना दो उड़ानें भर रहे थे। करीब आधे घंटे की इस उड़ान के लिए यात्रियों को एक तरफ से लगभग 1,500 रुपए खर्च करने होंगे। दोनों स्टेशनों के बीच का टूर 3000 रुपए में पूरा होगा। बीते 30 अक्टूबर से इस सेवा की ऑनलाइन टिकट की बुकिंग शुरू की गई थीं। तब कहा गया था कि, टिकट की बुकिंग आप www.spiceshuttle.com की वेबसाइट से कर सकते हैं।
धरती-पानी दोनों से होता है इसका सफर
इस प्रकार के विमान धरती और पानी दोनों से उड़ान भरने और लैंडिंग करने वाले होते हैं। ये समुद्र, नदी या बड़ी झीलों पर लैडिंग या टेकआॅफ में सक्षम हैं, इसलिए ही इन्हें सी-प्लेन कहा जाता है। भारत में पहली बार इन विमानों का संचालन स्पाइसजेट करवा रही है। स्पाइसजेट आंतरिक जलमार्ग या नदियों से हवाई संपर्क का परीक्षण करने वाली पहली भारतीय एयरलाइन है, जिसने 2017 से देश में इस सेवा के कई परीक्षण किए हैं। सी-प्लेन का ट्रायल यहां 2017 से चल रहा था।
पहले चरण के तहत जमीन से उड़ान भरने वाले विमानों का ट्रायल नागपुर से गुवाहाटी के बीच किया गया। दूसरे चरण के तहत एंफीबियस विमान का ट्रायल गिरगांव चौपाटी पर किया गया। अब स्पाइसजेट ही अहमदाबाद से केवडिया रूट के लिए संचालन हुआ है। ऐसा बताया जा रहा है कि, स्पाइसजेट अब तक 18 सी-प्लेन रूट का अधिकार हासिल कर चुकी है।