जल भंडारण क्षमता में गुजरात टॉप पर, दिल्ली का प्रदर्शन राज्यों में सबसे खराब
अहमदाबाद. जल भंडारण क्षमता में गुजरात देश में टॉप पर है। जबकि, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानी दिल्ली प्रदेश का प्रदर्शन राज्यों में सबसे खराब है। जल शक्ति मंत्रालय द्वारा राज्य एवं केंद्र सरकार के जल विभागों की समीक्षा में भंडारण के लक्ष्य हासिल करने के मापदंडों पर हाल ही यह रिपोर्ट आई है। जिसमें विभिन्न राज्य सरकारों को 2019 के लिए रैंकिंग दी गई। राजस्थान राज्य इस लिहाज से तीसरा सबसे अच्छा राज्य रहा। जबकि, वर्ष 2018 की रैंकिंग में तेलंगाना को शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ था।
गुजरात ने इस साल तेलंगाना को पीछे छोड़ा
गुजरात इस वर्ष टॉप पर रहा है, लेकिन पिछली बार यह राज्य सातवें स्थान पर था। अब सात केंद्रीय विभागों की समीक्षा के बीच, सर्वे ऑफ इंडिया को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी (NIH) और केंद्रीय जल आयोग द्वारा टॉप-बिलिंग मिली। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को वर्ष-2019 की रैंकिंग में खराब रैंक मिली है।
इसलिए जारी हुई यह रैंकिंग
बता
दें
कि,
राज्यों
की
यह
रैंकिंग
राष्ट्रीय
जल
विज्ञान
परियोजना
के
तहत
जारी
की
गई
है,
जिसका
उद्देश्य
सूखे
और
बाढ़
प्रबंधन
में
सुधार
करना
है।
पानी
की
उपलब्धता
पर
राज्य
विशिष्ट
डेटाबेस
बनाना,
नहरों
और
बांधों
में
रिसाव
को
कम
करना
और
जल
संसाधन
सूचना
प्रणाली
पर
मौसम
संबंधी
पूर्वानुमान
भी
इसमें
शामिल
हैं।
यह
रैंकिंग
केंद्र
और
राज्य
सरकार
की
मध्य-अवधि
की
समीक्षा
का
हिस्सा
है
जो
अगले
पांच
वर्षों
में
हर
घर
में
पाइप
पेयजल
कनेक्शन
प्रदान
करने
के
लक्ष्य
को
प्राप्त
करने
के
लिए
पानी
के
साथ
काम
कर
रही
है।
रैंकिंग
का
एक
अन्य
उद्देश्य
सभी
राज्यों
के
लिए
एक
वास्तविक
समय
एकीकृत
राष्ट्रीय
जल
सूचना
केंद्र
(NWIC)
बनाने
के
लिए
जल
संसाधन
सूचना
प्रणाली
(WRIS)
है।
दिल्ली का प्रदर्शन खराब रहा
दिल्ली ने 2018 के 41 पायदान की तुलना में इस बार 35वीं रैंक प्राप्त करके छह पायदान का सुधार किया। कई राज्यों के बीच अपनी रैंकिंग में काफी सुधार हुआ, जो कि 2018 में 33 की तुलना में 13वें स्थान पर आए। जिन राज्यों ने परियोजना के तहत संतोषजनक काम किया है, वे हैं आंध्र प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र राजस्थान, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल। इनमें एसडब्ल्यू का लक्ष्य भूतल जल विभाग और भूजल विभाग के लिए जीडब्ल्यू नामित रहा है।
यूं सुधरा गुजरात का स्कोर
गुजरात सतह जल विभाग ने कार्यान्वयन एजेंसियों की अगुवाई में 80.51 स्कोर पाया, जिसके बाद दामोदर घाटी निगम 68.24 अंक से दूसरे और राजस्थान 66.73 के स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर रहा। अन्य राज्यों ने 50 से भी कम स्कोर प्राप्त किया है, जो यह दर्शाता है कि राष्ट्रीय जल भंडारण क्षमता में इन राज्यों में सुधार करने की बहुत गुंजाइश है।
राजस्थान ने भी तेजी से किए सुधार
राजस्थान इस बार देश में तीसरे नंबर पर रहा है, जबकि अप्रैल-मई 2018 रैंकिंग में राजस्थान 16वें स्थान पर रहा था। दिसंबर-2019 में जारी रैंकिंग में, इस राज्य ने बड़ी छलांग लगाई और अपने जल संसाधनों के सर्वोत्तम प्रबंधन के लिए प्रतिष्ठित राज्यों में से एक है।
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