गुजरात: पुलिस ने 6 युवकों के प्राइवेट पार्ट में करंट दौड़कर कहा- 'हत्या का गुनाह कबूल करो'
अहमदाबाद। गुजरात में अहमदाबाद में रिवरफ्रंट पर हुई एक हत्या की वारदात सुलझाने के लिए पुलिस ने पास ही के एक गार्डन में काम करने वाले 6 युवकों को पकड़ा। इन युवकों को हत्यारोपी मानते हुए पुलिस ने उनसे हत्या का भेद उगलने को कहा। वे कुछ नहीं बोल पाए तो पुलिस ने उन्हें बेरहमी से प्रताड़ित किया। डंडे, बेल्ट और लोहे की रॉड से पीटा। उसके बाद सिपाहियों ने उनके गुप्तांग में बिजली के शॉट भी मारे। वे बेहोश हो गए और करंट से जल जाने की वजह से उनके शरीर पर काले चकत्ते पड़ गए। उनसे कहा गया कि वे हत्या का गुनाह कुबूल कर लें!
यह था हत्या का मामला
संवाददाता के अनुसार, पुलिस ने युवकों को बिजली के करंट से सरेबाजार प्रताड़ित किया। बिजली के करंट से वे मूर्छित हो गए और उनकी हालत खराब हो गई। बता दें कि, यहां रिवरफ्रंट में इवेंट गार्डन के पास आनंद मेले की दीवार से कुछ देर पहले एक युवक का शव मिला था। हत्या की शिकायत रिवरफ्रंट वेस्ट पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई थी। तब पुलिस ने मध्य प्रदेश के जांबुए से काम करने के लिये अहमदाबाद आये 12 मजदूरों की जांच की।
इन 6 युवकों को किया गया बुरी तरह प्रताड़ित
कुछ मजदूरों को जांच-पड़ताल में सहयोग के लिए बुलाया गया, जिनमें धारू मावी, अनिल दामोदर, शंभू मादी, राकेश डामोर, नयन भुअरिया और दीता निनामा नामक व्यक्ति शामिल थे। पुलिस ने उनकी पिटाई शुरू की। उन्होंने कुछ कुबूल नहीं किया तो उनके गुप्तांग में बिजली का करंट दौडाया। उन्हें इस तरह प्रताड़ित किया गया कि इलाज के लिए वीएस अस्पताल ले जाना पड़ा।
पैर में फ्रैक्चर हो गया, शरीर पर काले चकत्ते पड़ गए
डॉक्टर्स के मुताबिक, बिजली से जल जाने की वजह से इन मजदूरों के पैरों और शरीर पर काले चकत्ते पड़ गए हैं। एक मजदूर नयन हुरिया के दाहिने पैर में फ्रैक्चर भी हो गया। दूसरी ओर पुलिस ने युवाओं को हत्या के अपराध को कबूल करने के लिए मजबूर किया। इस मामले में कुछ लोगों का मानना है कि मानवाधिकार आयोग संज्ञान ले सकता है।