1993 Mumbai Blast: गुजरात ATS के हत्थे चढ़े 4 संदिग्ध, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से कनेक्शन
अहमदाबाद। गुजरात के आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने 1993 के बॉम्बे सीरियल ब्लास्ट मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। न्यूज एजेंसी के हवाले से उनकी तस्वीरें सामने आई हैं। एटीएस ने बताया है कि, ये लोग अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की गैंग से जुड़े थे। मुंबई में सीरियल ब्लास्ट 1993 में 12 मार्च को किए गए थे। जिनमें लगभग 257 लोग मारे गए थे और 700 से अधिक गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

गुजरात के आतंकवाद निरोधी दस्ते की धर-पकड़ में उसी बॉम्बे सीरियल ब्लास्ट मामले के 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इन सिलसिलेवार बम धमाकों में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और मेमन परिवार को हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। पिछले तीन दशकों में, कई आरोपी व्यक्तियों को पकड़ा गया है और सजा सुनाई गई है। हालांकि, मुख्य संदिग्धों में से दो- दाऊद इब्राहिम और टाइगर मेमन अभी भी पकड़ से बाहर हैं। ऐसा माना जाता है कि, दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में है। इससे पहले इस साल फरवरी में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने संयुक्त अरब अमीरात में अबू बकर को सफलतापूर्वक पकड़ लिया था। वो दाऊद का करीबी सहयोगी, 1993 के विस्फोटों के प्रमुख साजिशकर्ताओं में से एक है, और उसके खिलाफ 1997 में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था।
आजम खान ने 8 साल पहले दिया था विवादित बयान, सुल्तानपुर कोर्ट ने भेजा नोटिस
2013 में, सुप्रीम कोर्ट ने याकूब मेमन को मौत की सजा सुनाए जाने के अपने फैसले को बरकरार रखा था और 10 अन्य के खिलाफ पहले से तय मौत की सजा को उम्रकैद की सजा में बदल दिया था। सितंबर 2017 में, एक विशेष टाडा अदालत ने 6 दोषियों को सजा सुनाई। जिनमें करीमुल्लाह शेख और अबू सलेम को उम्र कैद, रियाज अहमद सिद्दीकी को 10 साल और ताहिर मर्चेंट और फिरोज अब्दुल राशिद खान को मौत की सजा सुनाई गई। अब्दुल कयूम को बरी कर दिया गया।