GST SCAM: गुजरात में 1200 करोड़ के फर्जी बिल जब्त, 66 अलग-अलग नामों से खोली कंपनियां
Gujarat News, गांधीनगर। गुजरात में गुड्स एन्ड सर्विस टैक्स (GST) से जुड़ा फिर एक घोटाला सामने आया है। सेंट्रल जीएसटी टीम ने यहां 1210 करोड़ के फर्जी बिल जब्त किए हैं। टीम ने इस घोटाले के सूत्रधार को भी अरेस्ट कर लिया है, जिस पर 66 अलग-अलग नामों से कंपनियां खोले जाने के आरोप हैं। इन कंपनियों के जरिए जीएसटी पंजीकरण लिया गया था। जिनसे उसे रजिस्ट्रेशन नंबर, जीएसटीएन का लॉगइन और पासवर्ड भी हासिल हो गए थे।
1210 करोड़ के फर्जी बिल और इतना बड़ा खेल!
केंद्रीय जीएसटी के गांधीनगर कार्यालय के अधिकारियों के मुताबिक, करोड़ों रुपए के फर्जी बिल-कांड के मुख्य आरोपी अहसास अली तसवार अली सैयद को पकड़ा गया है। अहसास अली से 1210 करोड़ रुपये के फर्जी बिल एवं 177.64 करोड़ का इनपुट टैक्स क्रेडिट भी मिला है।
बैंक खाते खोले और पासवर्ड भी क्रिएट किये
अधिकारियों ने बताया कि अली की उम्र 29 साल है और वह वडोदरा के सयाजीगंज इलाके का रहने वाला है। उसने सभी नामों के सिम कार्ड प्राप्त किए और बैंक खाते खोले थे। मध्यस्थी के माध्यम से इसे ऑनलाइन लेन-देन करने के लिए जिसके नाम पर कंपनी और बैंक खाता खोला गया था इसके पासवर्ड भी क्रिएट किये थे। अली उन व्यक्तियों के दस्तावेजों का उपयोग करता था, फिर हर महीने पांच से दस हजार तक का भुगतान करता था।
एक प्रतिशत कमीशन मिलता था
कंपनी खुलने के बाद अली ने सामानों को स्थानांतरित किए बिना एक फर्जी बिल जारी करना शुरू कर दिया था। अधिकारियों ने पाया है कि उसके द्वारा किए गए फर्जी बिल का एक प्रतिशत कमीशन के रूप में दिया जाता था। हालांकि, अब इस घोटाले को उजागर करने के बाद केंद्रीय जीएसटी के गांधीनगर कार्यालय के अधिकारियों ने जीएसटी अधिनियम 2017 की धारा 69 और दंड संहिता (बी) और (सी) की धारा 6 के तहत, अहसास अली को दबोच लिया है। जांच जारी है।
एक महीने में तीसरा बड़ा रैकेट बाहर आया
बता दें कि, एक महीने में गुजरात में ये तीसरा बड़ा रैकेट बाहर आया है। पहले कच्छ और सूरत में ऐसे कांड हो चुके हैं। वडोदरा और अहमदाबाद में फर्जी बिलों का खेल चल ही रहा था। यह खेल इनपुट टैक्स क्रेडिट का है, जिसे सेन्ट्रल जीएसटी टीम लगातार उजागर कर रही है। टीम ने एक साल में करीबन 5 हजार करोड के बोगल बिलिंग के घोटाले पकड़े हैं।
गुजरात
में
एक
साल
में
बोगस
बिलिंग
से
जुड़े
बड़े
कांड
राजकोट-
1000
करोड़
भावनगर-
144
करोड़
गोंडल-
100
करोड़
मोरबी-
100
करोड़
सूरत-
652
करोड़
उत्तर
गुजरात-
1000
करोड़
वडोदरा-
582
करोड़
गांधीधाम,
कच्छ-
531
करोड़
अहमदाबाद-
1250
करोड़