कोरोना: गुजरात के विश्व प्रसिद्ध सोमनाथ, अंबाजी और पावागढ़ मंदिर भी बंद, नहीं पहुंच सकते श्रद्धालु
अहमदाबाद. कोरोना वायरस का असर देश के धर्मस्थलों पर भी पड़ रहा है। बुधवार तक 28 मंदिरों को बंद किए जाने की जानकारी आई थी, गुरुवार को 14 राज्यों में यह आंकड़ा 34 हो गया। अब गुजरात सरकार ने भी कई मंदिरों में श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया है। यहां पांच मुख्य तीर्थ स्थलों को 20 मार्च, 2020 से दर्शनार्थियों के लिए पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया गया है। इन यात्राधामों में अंबाजी, द्वारका, सोमनाथ, डाकोर और पावागढ़ के मंदिरों में सिर्फ नियमित रूप से होने वाली सेवा-पूजा ही चालू रहेगी, लेकिन श्रद्धालुओं के लिए इन मंदिरों में दर्शन नहीं हो पाएंगे।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिनभाई पटेल की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में ऐसे ही कई निर्णय किए गए। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने मौजूदा हालात में महाराष्ट्र की ओर जाने वाली एसटी की बसों को भी बंद करने के आदेश दे दिए। उन्होंने कहा कि, राज्य के प्रमुख मंदिर जैसे कि, अंबाजी, द्वारका, सोमनाथ, डाकोर और पावागढ़ में दर्शनार्थियों के लिए प्रवेश बंद किया जा रहा है। जिसके बाद अधिसूचना जारी कर दी गई कि, राज्य के पांच मुख्य तीर्थ स्थलों को 20 मार्च, 2020 से बंद रहेंगे।
गुजरात के अलावा देश में जो मंदिर दर्शनार्थियों के लिए बंद किए गए हैं, उनमें दिल्ली के इस्कॉन, मुंबई के महालक्ष्मी, जम्मू के रघुनाथ, सीकर के खाटू श्याम, पुरी के जगन्नाथ, चित्रकूट के कामतानाथ और आंध्र प्रदेश के तिरुपती बालाजी जैसे बड़े मंदिर शामिल हैं। इन्हें गुरुवार से बंद किया गया। हरिद्वार में रोजाना होने वाली गंगा आरती भी 31 मार्च तक नहीं होगी। मालूम हो कि, इन मंदिरों में लाखों लोग प्रतिदिन जाते हैं। भीड़ को रोकने के मद्देनजर यह मंदिर बंद किए गए हैं।
इससे पहले बुधवार को श्री माता वैष्णोदेवी यात्रा भी 31 मार्च तक रोक दी गई थी। वहीं, वृंदावन में भगवान रंगनाथ जी की 171 साल पुरानी वार्षिक यात्रा भी स्थगित कर दी गई थी। मुंबई की हाजी अली दरगाह में भी जायरीनों का प्रवेश बंद कर दिया गया है।
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