गुजरात में 2019 के लिए कांग्रेस का नया प्रयोग, जानिए भाजपा के खिलाफ क्या करने जा रही पार्टी?
Gandhinagar News,(गांधीनगर)। गुजरात में लोकसभा की 26 सीटों पर कांग्रेस अपने कैंडिडेट पसंद करने जा रही है, लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है कि कांग्रेस हाईकमान प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पूछकर अपने कैंडिडेट फाइनल करेगी। जसदण बाय इलेक्शन में कांग्रेस की हार होने के बाद कांग्रेस फिर से इलेक्शन मोड में आ गई है। कांग्रेस अगले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी है। 26 लोकसभा सीट के चयन के उद्देश्य से क्षेत्रिय कार्यकर्ताओं से कैंडिडेट के नाम मांगे जा रहे हैं। लोकसभा क्षेत्र में कार्यरत कार्यकर्ताओं को कहा गया है कि वो अपने कैंडिडेट के नाम दें, जो चुनाव जीत सकता है और वो अपने इलाके में सबसे ज्यादा चर्चित हो।
लोकसभा चुनाव अप्रैल माह में होने जा रहा है। गुजरात कांग्रेस के प्रभारी राजीव सातव ने कार्यकर्ताओं को एक ऑडियो संदेश भेजा है और कैंडिडेट के नाम मांगे है। माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चाहते हैं कि कांग्रेस के कैंडिडेट एसे हों जो अपने कार्यकर्ताओं को पसंद हों, क्योंकि चुनाव में वो ही कैंडिडेट के पास खड़े रहते हैं। गुजरात में कांग्रेस ने शक्ति मोबाइल ऐप्लिकेशन तैयार किया है। यह ऐप्लिकेशन कांग्रेस के क्षेत्रिय और प्रदेश के संगठन को मजबूत करने की शक्ति देगा। यह ऐप्लिकेशन लोकसभा के कैंडिडेट को पसंद करने के लिए महत्वपूर्ण योगदान देगा। कार्यकर्ताओं द्वारा सुझाए गए नाम के उपर कांग्रेस की चुनाव समिति तीन स्तरीय सर्वेक्षण कराएगी। उसके बाद जो कैंडिडेट चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने की ताकत रखता है तो उनके नाम पर विचार किया जाएगा।
माना जा रहा है कि कांग्रेस की ये व्यूह रचना उनको गुजरात के चुनाव में फायदा करा सकती है, क्योंकि अब तक कांग्रेस ने गुजरात में इस तरह का प्रयोग किया नहीं है। कांग्रेस के कैंडिडेट्स दिल्ली हाईकमान ही तय करती है। कांग्रेस के प्रदेश नेताओं पर पिछले चुनावों में यह आरोप लगा था कि कांग्रेस के प्रदेश नेताओं ने लोकसभा के चुनाव में कैंडिडेट का सिलेक्शन नहीं सौदा किया था। हालांकि कांग्रेस के प्रवक्ता हिमांशु पटेल ने बताया कि गुजरात में कांग्रेस के सभी कैंडिडेट पार्टी हाइकमान प्रदेश की राय ले के तय करेंगे कि किसे प्रत्याशी बनाया जाए। पार्टी के इंटरनल सर्वे के मुताबिक गुजरात में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी। माना जाता है कि कांग्रेस के हाल के पांच विधायक अनुमति मिलने पर लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। कांग्रेस में टिकट बंटवारे में कोई गड़बड़ी न हो, इस पर कांग्रेस के प्रभारी राजीव सातव नजर लगाए बैठे हैं।
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