बेटी को बचाने के लिए मगरमच्छ पर झपट पड़ी मां
गांधीनगर। मां दुनिया में एक ऐसा रिश्ता है जो अपने बच्चों के लिए दुनिया की किसी भी ताकत से लड़ सकती है। गुजरात के वड़ोदरा में एक मां ने अपने बेटे की जान को बचाने के लिए एक ऐसी मिशाल कायम की जिसे आप सुनकर दंग रह जायेंगे। यह मां अपने बेटे की जान के लिए मगरमच्छ से लड़ गयी है।
वड़ोदरा के पाडरा के ठिकरिया मुबारक गांव में रहने वाली महिला ने उस वक्त एक मगरमच्छ से टक्कर ले ली। ठिकरिया गांव में रहने वाली 19 वर्षीय कांता विश्वामित्री नदी पर कपड़े धोने गई थी। जब वे अपने काम में मगन थी तभी एक मगरमच्छ ने उसका पैर पकड़ लिया और नदी में खींचने लगा। बेटी के चीखने की आवाज सुनकर उसकी मां दिवाली उसे बचाने दौड़ी। मां ने बेटी का हाथ थामा और दूसरे हाथ में कपड़े धोने की मोगरी से मगरमच्छ पर हमला कर दिया।
महिला ने अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए अकेले पूरे 10 मिनट तक मगर से जूझती रही और लगातार मगरमच्छ को अपने मोगरी से मारती रही। आखिरकार महिला के जबरदस्त हमले से बुरी तरह घायल मगर को इस मां के आगे हार माननी पड़ी।
मगरमच्छ ने महिला की बेटी कांता को बुरी तरह से घायल कर दिया था जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं यहां के ग्रामीणों का कहना है कि यहां मगरमच्छ का हमला पहली बार नहीं है, इससे पहले भी ऐसा होता रहा है।
इससे पहले 25 मार्च को भी पाडरा के मेढ़ाद गांव में एक व्यक्ति इसका शिकार हो चुका है। वन विभाग के अधिकारी अशोक पंड्या के अनुसार, ग्रामीणों को नदी से दूर रहने की हिदायत दी जा चुकी है। लेकिन वो फिर भी वहीं कपड़े धोने जाते हैं।