सपा प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने आगरा के खंदौली टोल पर रोका, हाथरस जा रहे थे सभी
आगरा। यूपी के चर्चित हाथरस कांड को लेकर पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है, लोगों में आक्रोश है। लोग सोशल मीडिया से लेकर सड़कों पर उतकर प्रदर्शन कर रहे हैं। तो वहीं, पीड़िता का गांव इस समय सियासी पार्टियों के लिए भी अखाड़ा बन चुका है। रविवार को समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल आगरा के खंदौली टोल से होते हुए हाथरस जा रहा था। लेकिन पुलिस ने सपा प्रतिनिधिमंडल खंदौली टोल पर रोक लिया। इस दौरान काफी हंगामा भी हुआ।
वहीं, गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। मामले की जांच के लिए एसआईटी की टीम आज गांव पहुंची है। कांग्रेस के बाद आज पीड़िता के परिवार से मिलने अन्य दलों के नेता भी पहुंच रहे हैं। खबर है कि समाजवादी पार्टी के पांच बड़े नेता आज पीड़िता के परिवार से मिलने हाथरस जा रहे हैं। इसके चलते बूलगढ़ी गांव में पुलिस ने सुरक्षा इंतजामों को और भी सख्त कर दिया है।
हाथरस के बूलगढ़ी गांव में मृत बेटी के शोकाकुल परिवार से संवेदना जताने जा रहे सपा के प्रतनिधिमंडल को आगरा के खंदौली टोल पर सरकार के इशारे पर पुलिस के द्वारा जबरन रोकना लोकतंत्र की हत्या है।
पीड़ित परिवार के न्याय संघर्ष में कंधे से कंधा मिला साथ खड़े हैं समाजवादी। #Hathras pic.twitter.com/1CC8OHMlvt
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 4, 2020
रविवार को समाजवादी पार्टी का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बूलगढ़ी गांव पहुंचा। पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं को गांव के बाहर ही बैरिकेड लगाकर रोक दिया गया। सपा नेता और पुलिस आमने-सामने आ गए। बातचीत के बाद पुलिस ने दो पूर्व सांसदों धर्मेंद्र यादव, रामजी लाल सुमन समेत 5 लोगों को पीड़ित के परिवार से मिलने की इजाजत दी। वहीं, राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे।
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