ऑफिस के अंदर से आ रही थी अजीबोगरीब आवाजें, सीलिंग में झांककर देखा तो उड़ गए होश
आगरा। आगरा के सिकंदरा स्थित शू सोल बनाने वाली फैक्ट्री के ऑफिस में पिछले कई दिनों से अजीबोगरीब आवाजें सुनाई दे रही थीं। फैक्ट्री में जांच की गई, ऑफिस खाली करके देखा गया, लेकिन कुछ भी पता नहीं चल सका। इन आवाजों के डर से फैक्ट्री स्टाफ ने पूजा के साथ मंत्रों का जाप भी कराया, लेकिन फिर भी ये आवाजें आना बंद नहीं हुई। लोगों की मौजूदगी में भी भी यह आवाजें आईं तो ऑफिस की सीलिंग में किसी पशु-पक्षी या कीड़े के फंसे होने की आशंका के चलते वाइल्ड लाइफ की टीम को बुलाया गया। इसके बाद जो सामने आया वो हैरान करने वाला था।
सीविट कैट को देखकर चौंक गए
मामला आबादी से दूर इंडस्ट्रीयल एरिया में बनी एक फैक्ट्री का है, जहां कई दिन से अजीबोगरीब आवाजें आ रहीं थीं। कर्मचारियों को ऑफिस की सीलिंग से रहस्यमयी आवाजें आने पर आश्चर्य हुआ। जब इधर-उधर देखा तो सीलिंग में टाइल्स और लकड़ी के फ्रेम में फंसी सीविट कैट को देखकर चौंक गए। कर्मचारियों ने मामले की जानकारी वाइल्ड लाइफ (एसओएस) की टीम को दी गई। जब टीम ने सीलिंग के अंदर झांककर देखा तो उसमे एक सीविट कैट (जंगली बिल्ली) फंसी हुई थी।
काफी कमजोर हो गई बिल्ली
वाइल्ड लाइफ एसओएस की मेडिकल सर्विस के डिप्टी डॉयरेक्टर डॉ. एस. इलियाराजा ने बताया, फैक्ट्री के ऑफिस की सीलिंग में एक एशियाई पाम सीविट कैट फंस गई थी। कई दिनों तक फंसे रहने की वजह से सीविट कैट काफी कमजोर हो गई थी। अब वाइल्ड लाइफ एसओएस की रेस्क्यू फैसिलिटी में देखभाल के साथ उसका इलाज हो रहा है। वाइल्ड लाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने बताया कि वाइल्ड लाइफ एसओएस को अक्सर सीविट कैट से संबंधित कॉल्स के लिए संपर्क किया जाता है और हमें यह देखकर खुशी है कि लोग उनकी उपस्थिति के प्रति अधिक संवेदनशील हो रहे हैं।
'कबर बिज्जू' भी कहा जाता है
बता दें, एशियन पाम सीविट कैट बिल्ली की प्रजाति है, जो कई प्रकार के माहौल में जीवित रह सकती है। स्थानीय रूप से इसे 'कबर बिज्जू' भी कहा जाता है। सीविट कैट ज्यादातर फलों के बीज, जामुन और कॉफी बीन्स खाती हैं।
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