पूर्व मंत्री-विधायक समेत 7 नेताओं को मायावती ने पार्टी से निकाला, मची खलबली
आगरा। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की सुप्रीमों मायावती ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने आगरा के पूर्व एमएलसी सुनील चितौड़, पूर्व मंत्री नारायण सिंह सुमन, पूर्व विधायक कालीचरण सुमन, पूर्व विधायक वीरू सुमन समेत तीन पूर्व जिला अध्यक्षों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई अनुशासनहीनता के कारण की गई है। इस कार्रवाई से बसपा में खलबली मच गई है। आपको बता दें कि 9 नवबंर को मेरठ की मेयर सुनीता वर्मा और उनके पति और पूर्व विधायक योगेश वर्मा को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
पार्टी
विरोधी
गतिविधियों
में
शामिल
होने
पर
हुई
कार्रवाई
दरअसल,
यह
कार्रवाई
लोकसभा
चुनाव
2019
के
बाद
पार्टी
विरोधी
गतिविधियों
में
शामिल
पाए
जाने
पर
की
गई
है।
बसपा
सुप्रीमो
मायावती
की
इस
कड़ी
कार्रवाई
के
बाद
आगरा
के
बीएसपी
यूनिट
में
हलचल
मच
गई
है।
बीएसपी
के
जिला
अध्यक्ष
संतोष
कुमार
आनंद
की
तरफ
से
जारी
प्रेस
विज्ञप्ति
के
मुताबिक,
पूर्व
विधान
परिषद
सदस्य
सुनील
कुमार
चित्तौड़,
पूर्व
मंत्री
नारायण
सिंह
सुमन,
उनके
पुत्र
पूर्व
एमएलसी
स्वदेश
कुमार
ऊर्फ
वीरू
सुमन,
पूर्व
विधायक
कालीचरण
सुमन,
पूर्व
जिलाध्यक्ष
भारतेंदु
अरुण,
मलखान
सिंह
व्यास,
विक्रम
सिंह
को
पार्टी
से
निष्कासित
किया
है।
हाईकमान
ने
की
कार्रवाई
बसपा
जिलाध्यक्ष
संतोष
कुमार
आनंद
की
ओर
से
जारी
पत्र
के
अनुसार
ये
सभी
नेता
पार्टी
विरोधी
गतिविधियों
में
लिप्त
थे।
कई
बार
चेतावनी
दी
जा
चुकी
थी,
लेकिन
इन
नेताओं
की
कार्यशैली
में
कोई
सुधार
नहीं
आया।
पार्टी
हित
को
देखते
हुए
हाईकमान
ने
इन
नेताओं
पर
कार्रवाई
की
है।
बता
दें
कि
आगरा
के
विधायक
रह
चुके
और
बसपा
सरकार
में
उद्यान
मंत्री
का
पद
संभाल
चुके
नारायण
सिंह
सुमन
और
उनके
पुत्र
पूर्व
एमएलसी
वीरू
सुमन
को
वर्ष
2016
में
भी
बसपा
से
निष्कासित
किया
गया
था।
लोकसभा
चुनाव
2019
के
बाद
जून
माह
में
पिता-पुत्र
की
बसपा
में
घर
वापसी
हुई
थी,
लेकिन
ज्यादा
दिन
बसपा
में
टिक
नहीं
पाए।