दरवेश मर्डर: दोनों चैंबर की दीवार तोड़कर साथ बैठने लगे थे फिर ऐसा क्या हुआ कि मनीष हुए खून के प्यासे?
आगरा। उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष कुमारी दरवेश यादव की बुधवार को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई जब वह अध्यक्ष बनने के बाद दीवानी में ढोल ताशों के साथ घूम-घूम कर अधिवक्ताओं को धन्यवाद दे रही थीं। उनकी हत्या करने वाला कोई और नहीं उनका सबसे करीबी अधिवक्ता था जिसने पहले दरवेश का सम्मान किया और फिर थोड़ी देर बाद अधिवक्ता के चेंबर में उसने दरवेश को गोलियों से छलनी कर दिया। इसके बाद कर खुद को भी गोली मार ली।
2004 से दीवानी में प्रेक्टिस शुरू की
मूल रूप से एटा की रहने वाली कुमारी दरवेश ने आगरा कॉलेज से एलएलबी और एनएलएम की पढ़ाई की थी। 2004 से दीवानी में प्रेक्टिस शुरू की थी। दरवेश ने अपने कुशल नेतृत्व के जरिए अधिवक्ताओं में अपनी अलग जगह बना ली थी। दरवेश की नजदीकियां मनीष शर्मा नाम के अधिवक्ता से हुई थी। मनीष और दरवेश ने एक दूसरे के चेंबर के बीच की दीवार तोड़कर एक कर दी थी।
दोनों एक साथ ही करते थे प्रेक्टिस
दोनों एक साथ ही प्रेक्टिस करते थे और दोनों ने साथ ही बार काउंसिल की राजनीति शुरू करी थी। दरवेश पहली बार काउंसिल की सदस्य बनीं और फिर 2017 में उन्हें बार काउंसिल का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद 9 जून को इलाहाबाद में हुए बार काउंसिल के चुनाव में प्रवेश और हरिशंकर सिंह को 1212 मत मिले और फिर रजामंदी से दोनों को 66 माह के लिए अध्यक्ष पद पर रहने की सहमति हो गई और दरवेश पहले अध्यक्ष बन गई।
दरवेश का नाम ऊपर जा रहा था
दरवेश 50 साल में पश्चिमी यूपी से पहले अध्यक्ष थीं तो उनका नाम ही काफी ऊपर जा रहा था। चुनाव के शुरू होने से पहले ही उनके साथियों की मदद से खटपट रहने लगी थी। अभी करीब 20 दिन पहले दोनों के बीच की दूरियां सार्वजनिक हो गई थी। दोनों के नंबर अलग हुए थे, आज जब दरवेश दीवानी में समर्थकों के साथ घूम रही थी तो उसी दौरान मनीष ने पहले उनका जोरदार स्वागत किया और फिर दीवानी के वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद मिश्रा जोधपुर में पूर्व राज्यपाल के विधिक सलाहकार भी रह चुके हैं उन्हें मिलाने के दौरान अचानक लाइसेंसी पिस्टल से गोली मार दी। गोली सीने में दूसरे और तीसरे पर उसने खुद पर फायर कर दिया।
हत्या की असली वजह सामने नहीं
गंभीर हालत में दोनों को अलग-अलग अस्पताल ले जाया गया, जहां दरवेश को मृत घोषित कर दिया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। एडीजी अजय आनंद भी मौके पर पहुंच गए और हालत का जायजा लिया। फिलहाल, अभी हत्या की असली वजह के बारे में कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन अंदरखाने चर्चाओं का बाजार गर्म है।
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