आगरा: महिला डॉक्टर बन गई 'भगवान', अपनी सांस देकर बचाई नवजात की जान
आगरा,15 मार्च: डॉक्टर्स को ऐसे ही धरती पर भगवान नहीं कहा जाता। कोरोना काल में जिस तरह डॉक्टर्स ने अपना काम किया है, उसकी जितनी सराहना किया जाए कम है। ऐसे ही अब आगरा में एक महिला डॉक्टर मौत के हाथों से नवजात की सांसें छीन लाई है, जिसके बाद परिवार में खुशी का माहौल है। महिला डॉक्टर ने मुंह से सांस देकर नवजात शिशु की जान बचाई है, जिसकी जमकर तारीफ की जा रही है।
नवजात को दी डॉक्टर ने मुंह से सांसें
जानकारी के मुताबिक आगरा के एत्मादपुर के एक सरकारी महिला अस्पताल में नवजात बच्ची को फीमेल डॉक्टर ने अपने मुंह से सांस देकर बचा लिया। महिला डॉक्टर ने नवजात के मुंह से अपना मुंह सटा लिया और फिर उसके अंदर सांसें भरी, जिसको उन्होंने बिल्कुल भी टूटने नहीं दिया। डॉक्टर ने करीब 7 मिनट तक अपने मुंह से बच्ची के मुंह में सांसें दी थी।
और फिर बच्ची की किलकारी गूंज उठी
दरअसल, बच्ची जन्म के बाद से सांस नहीं ले पा रही थी, जिसके बाद डॉक्टर सुरेखा ने नवजात को तब-तक अपनी सांस दी, जब तक उसकी किलकारी नहीं गूंजी। बच्ची के रोने की आवाज के बाद उसकी मां की खुशियां भी लौट आईं। वहीं पूरे अस्पताल डॉक्टर की तारीफ करता हुआ नहीं थक रहा।
जन्म के बाद से सांस नहीं ले पा रही थी बच्ची
अपने पूरे प्रयास से आखिरकार डॉक्टर सुरेखा बच्ची को बचाने में कामयाब रही। बता दें कि एत्मादपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में खुशबू नाम की महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया था, लेकिन जन्म के बाद से बच्ची सांस नहीं ले पा रही थी, जिससे बच्ची की मां बैचेन हो गई और परेशान होती नजर आई। ऐसे में प्रसव करा रहीं डॉक्टर ने बच्ची को मशीन से ऑक्सीजन देने की कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली तो बिना देरी किए उन्होंने नवजात को अपने मुंह से सटाकर सांस देना शुरू कर दिया।
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